हरिद्वार। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी के 30वें शहादत दिवस के अवसर पर महानगर कांग्रेस कमेटी के संयोजन में कार्यकर्ताओं ने चण्डीघाट स्थित कुष्ठ आश्रम पहुंचकर आटा, चावल, दाल, तेल, नमक, मसाले चीनी, चाय पत्ती, फल आदि खाद्य सामग्री के साथ मास्क व सेनेटाईजर तथा वस्त्र वितरित किए। स्व.राजीव गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए महासचिव डा.संजय पालीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री रहते राजीव गांधी ने देश व समाज कल्याण के लिए संचार क्रांति, खाद्यान्न क्रांति, गरीबों को आवास वितरण सहित कई योजनाएं शुरू की। जिनका लाभ लोगों को मिल और उनके जीवन में बदलाव आया। राजीव गांधी को स्वप्न था कि भारत विश्व सर्वाधिक विकसित देश बने। लेकिन काल के क्रूर हाथों ने उन्हें हमसे छीन लिया। उनके दिखाए मार्ग को अनुसरण करते हुए देश के विकास में योगदान देना चाहिए। महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी के आदर्शों पर चलकर ही देश को आगे बढ़ाया जा सकता है। भारत को संपन्न राष्ट्र बनाने के लिए देश के गरीब, मजदूर व किसान को विकास की मुख्यधारा में लाना होगा। ऐसा स्व.राजीव गांधी की नीतियों पर चलकर ही किया जा सकता है। लेकिन वर्तमान में सत्तारूढ़ सरकार केवल कुछ उद्योगपतियों को बढ़ाने का काम कर रही है। पूर्व विधायक रामयश सिंह तथा प्रदेश सचिव प्रदीप चैधरी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने संचार क्रांति के साथ तथा खाद्यान्न उपज की प्रणाली को विकसित कर देश की खाद्यान्न समस्या को दूर किया। सभी उनके दिखाए मार्ग का पर चलने का संकल्प लेते हुए देश के विकास में योगदान करना चाहिए। इस अवसर पर महिला कांग्रेस की शहर अध्यक्ष अंजू मिश्रा, महेश प्रताप राणा, विकास चैधरी, यशवंत सैनी, रवि कश्यप, पार्षद महावीर वशिष्ठ, शैलेंद्रसिंह एडवोकेट, पार्षद कैलाश भट्ट, अशोक उपाध्याय, शुभम अग्रवाल, गुलबीर सिंह, नावेज अंसारी, शिवकुमार जोशी, मनोज जाटव सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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