हरिद्वार। योग गुरु बाबा रामदेव ने एलान किया है कि वो अब इस विवाद को समाप्त करना चाहते हैं। उनका कहना है कि हमारा अभियान एलोपैथी या एलोपैथिक चिकित्सकों के नहीं, बल्कि ड्रग माफिया के खिलाफ है, जो दो रुपये की दवा को 2000 तक बेचते हैं। बाबा रामदेव ने सोमवार रात एक बयान जारी कर कहा कि वह आयुर्वेद बनाम एलोपैथी विवाद को खत्म करना चाहते हैं। अपने बयान में उन्होंने कहा कि ड्रग माफिया के खिलाफ उनका यह अभियान जारी रहेगा। साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया कि आयुर्वेद को स्यूडो-साइंस और अल्टरनेटिव थैरेपी कहकर या किसी भी तरह से इसके प्रति घृणा रखने और इसे नीचा दिखाने, अपमानित करने की किसी भी कोशिश बाबा रामदेव ने कहा कि भविष्य में वो एमबीबीएस डॉक्टर बनाने का एक मेडिकल कालेज खोलेंगे। जहां वह आदर्श रूप में एमबीबीएस डॉक्टर तैयार करेंगे। साथ ही कहा कि वह सबसे अंत में वैक्सीन लगवाएंगे। वैक्सीन न लगवाने का बयान उन्होंने कभी नहीं दिया था। ये कहा था कि जब सबका वैक्सीनेशन हो जाएगा तब स्वामी रामदेव वैक्सीन लगवाएंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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