हरिद्वार। महानगर कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में स्वतंत्र भारत के प्रथम पूर्व प्रधानमंत्री स्व.पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि के अवसर पर सुभाष घाट स्थित कार्यालय पर मनाई गई। कोरोना गाइड लाईन का पालन करते हुए सूक्ष्म रूप से आयोजित कार्यक्रम में पंडित जवाहर लाल नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए प्रदेश महासचिव डा.संजय पालीवाल ने कहा कि पंडित नेहरू स्वतंत्रता पूर्व और उसके पश्चात भारतीय राजनीति में केंद्रीय व्यक्तित्व थे। देश को आजादी मिलने के बाद हर हाथ को काम मिले इसके लिए उन्होंने जगह-जगह भारी उद्योगों की स्थापना की। उनके प्रयासों से भारत विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा। महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि महात्मा गांधी के संरक्षण में पंडित नेहरू भारत के स्वाधीनता आंदोलन में सर्वोच्च नेता के रूप में उभरे। 1947 में भारत के स्वतंत्र होने के बाद 1964 तक प्रधानमंत्री रहने के दौरान पंडित नेहरू ने देश के विकास के मार्ग अग्रसर करने के लिए अनेक योजनाएं शुरू की। प्रदेश उपाध्यक्ष रामयश सिंह ने कहा कि पंडित नेहरू समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणतंत्र के वास्तुकार थे। बच्चों से अत्यधिक लगाव होने कारण उन्हें चाचा नेहरू के रूप में भी जाना जाता है। ज्वालापुर नगर अध्यक्ष यशवंत सैनी व कनखल अध्यक्ष शुभम अग्रवाल, मध्य हरिद्वार अध्यक्ष शैलेन्द्र एडवोकेट ने कहा कि किसानों का शोषण रोकने के लिए पंडित नेहरू ने सहकारिता आंदोलन चलाया। जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति और उनके जीवन स्तर में सुधार आया। कार्यक्रम में सुभाषनगर अध्यक्ष कैलाश प्रधान, महासचिव आशीष शर्मा, कार्यालय सचिव ओमप्रकाश शर्मा, हरद्वारी लाल, डा.दिनेश पुंडीर, आकाश बिरला, शुभम जोशी, जयप्रकाश आदि कांग्रेसजन शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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