हरिद्वार। नेपाल को पुनः हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मुहिम चला रहे नेपाल हिन्दूराष्ट्र पुनः स्थापना मंच के संस्थापक अध्यक्ष इंजीनियर बिष्णु प्रसाद बराल ने कृषि उत्पादन मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष संजय चोपड़ा के कार्यलय पर एक महत्वपूर्ण मुलाकात की। मुलाकात के दौरान संजय चोपड़ा ने विष्णु प्रसाद बराल द्वारा पुनः हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मुहिम का पूर्ण समर्थन करते हुए श्री बराल का अपने कार्यालय पहुँचने पर अंग-वस्त्र देकर, माल्यार्पण कर अपनी ओर से समर्थन पत्र सौंपा। पेशै से इंजीनियर विष्णु प्रसाद बराल संत समाज व अन्य सामाजिक संगठनों की और से नेपाल को पुनः हिन्दुराष्ट्र बनाये जाने की मुहिम में समर्थन अर्जित करने में एक लक्ष्य की भांति समर्थन मिशन चलाये हुए है। इस अवसर पर नेपाल हिन्दूराष्ट्र पुनः स्थापना मंच के संस्थापक अध्यक्ष विष्णु प्रसाद बराल ने कहा नेपाल को हिन्दू राष्ट्र घोषित किये जाने की मुहिम में अतुल्य-मूल्य समर्थन अर्जित करना मेरा लक्ष्य है, नेपाल और भारत का एक मांडव्य रिश्ता धर्म शास्त्रों में भी देखा जाता है, नेपाल की संस्कृति और भारत की संस्कृति में देवी देवताओं व हमारी धरोहर पर्यावरण वनस्पतियों को पूजे जाने की परंपरा है। उन्होंने कहा नेपाल को हिन्दू राष्ट्र घोषित किये जाने की यह मोहिम में सामाजिक क्षेत्रों में सेवा भाव से काम करने वाले समाजिक कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग लेकर इस मुहिम को सार्थक करने के लिए मेरे प्रयास जारी रहेंगे। इस अवसर पर नेपाल को पुनः हिन्दू राष्ट्र बनाये जाने की मुहिम का समर्थन करते हुए पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा नेपाल हमारा पड़ोसी राज्य होने के साथ-साथ हम भारतीयों का नैतिक धर्म- कर्म बनता है कि नेपाल की हिंदूवादी जनभावनाओं का सम्मान करते हुए विष्णु प्रसाद बराल द्वारा चलाई जा रही इस मुहिम को अपनी मुहिम बना कर कोरोनाकाल के उपरांत जन-जन तक पहुँचा कर कामियाबी का पताका लहराया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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