हरिद्वार। इन्द्रलोक कालोनीवासियों ने वैदिक यज्ञ का आयोजन कर किसान नेता चैधरी अजीत सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनकी आत्मशांति के लिए प्रार्थना की। सामुदायिक केंद्र में आयोजित यज्ञ को संबोधित करते हुए चैधरी देवपाल राठी ने कहा कि किसान नेता चैधरी अजित सिंह जीवन पर्यन्त किसानो, मजदूरों, बुनकरों, छोटे उधोगो के हित के लिए कार्य करते रहे। राजनीति में आने से पहले चैधरी अजीत सिंह कम्प्यूटर के विशेषज्ञ थे। यदि वे राजनीति में नहीं आते तो देश के बड़े उद्योगपति होते। विश्वनाथ प्रताप सिंह प्रधानमंत्री काल मे देश के उधोग मंत्री रहने के दौरान वे देश के लिए नई औद्योगिक नीति लेकर आये। लेकिन विरोध के चलते उस समय नीति को लागू नहीं किया जा सका। बाद में नरसिम्हा के प्रधानमंत्री और सरदार मनमोहन सिंह के वित्तमंी बनने पर चैधरी अजीत सिंह द्वारा औद्योगिक नीति को लागू किया गया। अनुपम वर्धन ने कहा कि चैधरी अजीतसिंह किसान व गरीबों के दिल की धड़कन थे। उन्होंने जीवन भर चैधरी चरण सिंह की नीतियों पर चलते हुए किसानों, मजदूरों व गरीबों के कल्याण के लिए काम किया। मनवीर सिंह सिरोही, प्रभात कौशिक, योगेन्द्र सिंह राणा, अनुपम वर्धन, नरेन्द्र सिंह तेवतिया आदि ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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