हरिद्वार। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि कुम्भ मेला सम्पन्न हो गया है,अब उस पर चर्चा के बजाए कोरोना संक्रमण रोकने पर ध्यान देना चहिए। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार को हरिद्वार के नेहरू युवा केन्द्र में ब्लड डोनेशन कैम्प का उद्घाटन करने पहुँचे थे, उनके साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री श्री रावत ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि कुम्भ मेला सम्पन्न हो गया है। अब कब तक हम पीछे मुड़कर देखते रहेंगे, अब हमें कोरोना के फैलाव को रोकने पर ध्यान देना चाहिए। पूर्व सीएम ने कोरोना की रोकथाम के लिए जनजागरण को महत्वपूर्ण बताया। इस दौरान पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में कोरोना तेजी से फैल रहा है, देखने मे आया है कि महिलाओं को इलाज के दौरान ब्लड की आवश्यकता पड़ रही है इसलिए पूरे प्रदेश में ब्लड डोनेशन कैम्प का आयोजन होना बहुत जरूरी है। राज्य के युवाओं को बढ़चढ़ कर रक्तदान करना चाहिए। वही उन्होंने कुम्भ मेले के सवाल पर ज्यादा कुछ नही बोला लेकिन ये जरूर कहा कि कुम्भ मेला समापन हो गया है। अब हमे पीछे मुड़कर नही देखना चाहिए। बल्कि कोरोना के फैलाव को रोकने पर ध्यान देना चाहिए। वही उन्होंने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए पूरे प्रदेश में लोगो को जागरूक करने को आवश्यक बताया। वही इस अवसर पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि उनकी सरकार लगातार पूर्णा की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में जुटी हुई है। सरकार के साथ ही बीजेपी संगठन द्वारा अभी इस महामारी को रोकने के लिए कोशिशें की जा रही है। प्रदेश के ब्लड बैंकों में ब्लड की कमी को पूरा करने के लिए उनके द्वारा एक विशेष अभियान चला गया है। इस अभियान के तहत लगातार ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित किए जा रहे हैं और युवाओं से अपील की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करें।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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