Skip to main content

पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य स्व0 डॉ. डी.एन. शर्मा को श्रद्वांजलि

 

हरिद्वार। कहा गया है कि संसार में जिसकी कीर्ति होती है, उसकी कभी मृत्यु नहीं होती। उसके सृजनात्मक कार्यों के लिए यह संसार उन्हें सदैव स्मरण करता है तथा आने वाली पीढियाँ उनके अनुभव को आत्मसात कर उनके जीवन से प्रेरणा लेती हैं। ऐसी ही दिव्य आत्मा थे पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य स्व0 डॉ. डी.एन. शर्मा। उनके निधन पर शोकाकुल पतंजलि योगपीठ परिवार की ओर से योगपीठ-। स्थित यज्ञशाला में एक शांति सभा का आयोजन किया। शांति सभा में आचार्य बालकृष्ण ने स्वर्गीय डॉ. दयानंद शर्मा को पुष्पांजलि, भावांजलि व श्रद्धांजलि समर्पित करते हुए कहा कि व्यक्ति की महत्ता, उनके गुणों की अनुभूति उनके सम्मुख नहीं होती अपितु उनकी अनुपस्थिति में होती है। उनमें प्रशासनिक कार्यों को सहजता से करने की अद्भुत प्रतिभा थी। स्व0 डॉ. शर्मा का अकस्मात इस संसार से चले जाना पतंजलि योगपीठ परिवार के लिए अपूर्णीय क्षति है। वे पतंजलि योगपीठ के एक मजबूत स्तम्भ थे। डॉ. शर्मा ने अपने अग्रज, अनुज व सहकर्मियों को साथ लेकर सदैव पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय के सेवा रूपी अनुष्ठान को गति प्रदान की। आचार्य ने कहा कि आज सबके मन में भाव हैं, संवेदना है, अश्रुधारा है, सभी का मन आक्रांत है। कोई शब्दों में कहे न कहे परन्तु सबका अंतस व्यथित है। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हमारे मन में डॉ. शर्मा के परिवारजनों के प्रति संवेदना है। पतंजलि में कोई अधिकारी, कर्मचारी नहीं अपितु प्रत्येक व्यक्ति पतंजलि परिवार का अंग होता है। डॉ. शर्मा के योगदान को अपने हृदयों में संजोकर, उनके गुणों को आत्मसात कर हमें पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज को शैक्षणिक संस्थान के रूप में अग्रणी संस्थान बनाना है। इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो. महावीर अग्रवाल ने कहा कि आत्मीय, परम आदरणीय डॉ. दयानंद शर्मा जी का सम्पूर्ण जीवन शिक्षा तथा आयुर्वेद के लिए समर्पित रहा। वे मन, वाणी व कर्म से एक दिव्यात्मा थे। उन्होंने अपने जीवन का उत्तरार्द्ध पतंजलि योगपीठ संस्थान की सेवा में समर्पित किया। उन्होंने कहा कि सृष्टि का नियम है, जो इस संसार में जन्म लेता है उसे एक दिन जाना ही होता है। इसी प्रकार वह परमात्मा की व्यवस्था के अन्तर्गत किसी दूसरे चोले को धारण करने के लिए चले गए। शांति सभा में डॉ. दयानंद शर्मा के परिवार से उनके भ्राता, पुत्र, पुत्री तथा अन्य संबंधी उपस्थित रहे। पतंजलि की ओर से डॉ. साध्वी देवप्रिया, ललित मोहन, डॉ. जयदीप आर्य, भाई राकेश कुमार, स्वामी परमार्थ देव, डॉ. अनुराग वार्ष्णेय, डॉ. अनिल कुमार, पारण गौड़ा, डॉ. दयाशंकर, बहन साधना तथा पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्यों व हॉस्पिटल के समस्त चिकित्सकों सहित सम्पूर्ण पतंजलि परिवार ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी।


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।