हरिद्वार। जनपद में चार क्षेत्र पंचायत का कार्यकाल खत्म होने के बाद बुधवार को सम्बन्धित उपजिलाधिकारी को वहा का प्रभार दे दिया गया। जिलाधिकारी सी रविशंकर की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि उत्तराखण्ड पंचायती राज अधिनियम 2016 यथा संशोधित उत्तराखण्ड पंचायतीराज अधिनियम 2020 की धारा 130 की उपधारा 6 के अन्र्तगत क्षेत्र पंचायत की प्रथम बैठक की तिथि से पांच वर्ष की अवधि तक क्षेत्र पंचायत का कार्यकाल पूर्ण होने पंचायतीराज सचिव की ओर से जारी अधिसूचना संख्या 490/वी11 2021-86 15कृ2013 दिनांक 18मई 2021 में प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए क्षेत्र पंचायतों के समस्त शाक्तियों,कृत्यों और कर्तव्यों के निवर्हन हेतु सम्बन्धि उपजिलाधिकारी को तत्काल प्रभाव से कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से छह माह के लिए प्रशासक नियुक्त किया गया है। इनमें भगवानपुर क्षेत्र पंचायत का प्रशासक उपजिलाधिकारी श्रीमती स्मृता परमार,बहादराबाद क्षेत्र पंचायत का प्रभार उपाजिलाधिकारी गोपाल सिंह चैहान,रूड़की नारसन क्षेत्र पंचायत के लिए ज्वाइंट मजिस्टेªट सुश्री अपूर्वा पाण्डे तथा लक्सर खानपुर क्षेत्र पंचायत के लिए शैलेन्द्र सिंह नेगी को प्रशासक नियुक्त किया गया है। अगले छह महीने तक अथवा नई बोर्ड के गठन होने तक क्षेत्र पंचायत के कार्यो का संचालन करेंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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