हरिद्वार। चेतन ज्योति आश्रम में भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री एवं बिहार संस्कृत विद्यापीठ के संस्थापक स्वामी हरिनारायणानंद महाराज के स्वास्थ्य लाभ हेतु हवन यज्ञ किया गया। साथ ही बिहार के पटना हाई कोर्ट द्वारा उनको सुरक्षा मुहैया कराने और उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए मेडिकल बोर्ड गठन करने के लिए बिहार सरकार का आभार जताया। प्रेस को जारी बयान में चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषि श्वरानंद महाराज ने कहा कि स्वामी हरिनारायणानंद महाराज लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे हैं। जिनकी देखरेख का जिम्मा कुछ संत उठा रहे थे। लेकिन धन लाभ एवं द्वेष भावना के चलते उन्होंने स्वामी हरिनारायणानंद महाराज का सही इलाज नहीं कराया। जिस पर उनके एक शिष्य ने आपत्ति जाहिर की और कोर्ट से उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की दरखास्त की। जिसका संज्ञान लेते हुए बिहार की पटना हाईकोर्ट ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की। इसके लिए संत समाज बिहार सरकार का आभार व्यक्त करता है। साथ ही जल्द से जल्द भगवान से प्रार्थना है कि वह स्वामी हरिनारायणानंद महाराज को जल्द स्वस्थ करें। जिनके नेतृत्व में भारत साधु समाज ने भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में धर्म एवं संस्कृति की पताका को फहराया है। ऐसे महापुरुषों को भगवान जल्द स्वस्थ करें। स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने बताया कि कुछ संतो द्वारा रणनीतिक रूप से स्वामी हरिनारायणानंद महाराज को हॉस्पिटल में रखा जा रहा था और उनका सही इलाज नहीं कराया जा रहा था। जिस कारण वह इतने लंबे समय तक अस्वस्थ हैं। हाई कोर्ट द्वारा मेडिकल पैनल गठन किए जाने पर उनकी देखभाल ठीक से हो सकेगी और हम आशा करते हैं कि वह जल्द ही वापस आकर देश दुनिया में धर्म एवं संस्कृति का प्रचार प्रसार करेंगे। उन्होंने कहा कि वृद्ध महापुरुष युवा संतों के प्रेरणा स्रोत हैं। जिनके नेतृत्व में ही युवा पीढ़ी संस्कारवान बनकर धर्म एवं संस्कृति की रक्षा का प्रण लेती हैं। स्वामी हरिनारायणानंद महाराज एक विद्वान महापुरुष है। जिनके नेतृत्व में संपूर्ण भारत के संतों ने एकजुट होकर सनातन धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष किया। संपूर्ण संत समाज उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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