हरिद्वार । कुंभ 2021 के दौरान कोरोना जांच में फर्जीवाड़े की एसआइटी जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही देर रात मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसके अधीन काम कर रही हिसार (हरियाणा) की नलवा लैब और दिल्ली की लालचंदानी लैब को भी मुकदमे की जांच के दायरे में शामिल किया गया है। हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि गड़बड़ी सामने आने पर अन्य एजेंसियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाएंगे। इससे पहले दिन में राज्य सरकार ने ने हरिद्वार के जिलाधिकारी को मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। शासकीय प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा। प्रदेश सरकार ने कुंभ मेले के दौरान कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सभी श्रद्धालुओं के लिए आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट लेकर आना अनिवार्य किया था। साथ ही हरिद्वार की सीमा पर भी कोरोना की आरटीपीसीआर और एंटीजन जांच की व्यवस्था की गई। इसके लिए नौ लैब को अधिकृत किया गया। इसमें मैक्स कारपोरेट सर्विसेज ने हिसार की नलवा लैब और दिल्ली की लालचंदानी लैब के जरिये ये काम किया। इन्होंने हरिद्वार के पांच स्थानों पर सैंपलिंग की। जांच में फर्जीवाड़े की बात तब सामने आई, तब फरीदकोट (पंजाब) के एक व्यक्ति के मोबाइल पर बिना जांच किए ही जांच कराने संबंधी मैसेज आया। उसने इसकी शिकायत इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) से की। आइसीएमआर के पत्र पर स्वास्थ्य विभाग ने इसकी प्रारंभिक जांच कराई। इसमें गड़बड़ी की पुष्टि हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए शासन ने जिलाधिकारी हरिद्वार को जांच सौंपते हुए 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा। अब जब मामला तूल पकड़ने लगा तो सरकार ने बुधवार शाम को इस मामले में जिलाधिकारी हरिद्वार को रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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