हरिद्वार। भाजपा पार्षद के पति द्वारा सोशल मीडिया पर पत्रकार के खिलाफ की टिप्पणी किए जाने पर पत्रकारों में रोष व्याप्त है। पार्षद पति द्वारा सोशल मीडिया पर की गयी टिप्पणी को पत्रकारों को बदनाम करने वाला बताते हुए पत्रकारों की सबसे बडी संस्था नेशनल यूनियन आॅफ जर्नलिस्ट्स ने विरोध जताया है। एनयूजे जिला अध्यक्ष बालकृष्ण शास्त्री ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि कुछ दिन पूर्व सोशल मीडिया पर पार्षद पति व भाजपा नेता सचिन बेनीवाल ने पत्रकार का नाम लिए बगैर पत्रकार पर शराब पीने और एक नेता की चमचागिरी करने का आरोप लगाया था। संस्था भाजपा नेता से मांग करती है कि उक्त पत्रकार का नाम तथ्यों के साथ उजागर करें। अन्यथा पत्रकारों को बदनाम करना बंद करें। जो टिप्पणी सोशल मीडिया पर भाजपा नेता द्वारा की गई है। उसे वापस लें और माफी मांगे। भाजपा नेता की इस टिप्पणी से पत्रकारों में रोष व्याप्त है। बालकृष्ण शास्त्री ने कहा कि यदि पार्षद पति ने मांगी नहीं मांगी तो भाजपा के जिला और प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष शिकायत दर्ज की जाएगी। दूसरी ओर बीजेपी नेता द्वारा सोशल मीडिया पर पत्रकारों को बदनाम करने के मामले में स्थानीय लोग और सामाजिक कार्यकर्ता पत्रकारों के समर्थन में आगे आए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता और भगवान परशुराम भगत पंडित संगम शर्मा ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि बीजेपी युवा नेता सचिन बेनीवाल ने ब्राह्मण पत्रकारों को बदनाम किया है। सोशल मीडिया पर ब्राह्मण पत्रकार को शराब पीने वाला बताया। जिससे समस्त ब्राह्मण समाज में रोष व्याप्त है। सैकड़ों की संख्या में ब्राह्मण पत्रकार कार्य करते हैं। सचिन बेनीवाल साक्ष्य के साथ पत्रकार का नाम खोले। पूर्व में भी इसी प्रकार से सचिन बेनीवाल ने अधीर कौशिक जो कि अखंड श्री परशुराम अखाड़ा के अध्यक्ष हैं, उनके साथ अभद्रता की थी। सचिन बेनीवाल सत्ता के नशे में चूर होकर बार बार ब्राह्मणों को बदनाम करते हैं। जिसकी घोर निन्दा की जाती है। बीजेपी जिला अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष सोशल मीडिया पर की गयी टिप्पणी का संज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही करें। सुमित भाटिया ने कहा कि द्वेष भावना में आकर पार्षद पति सचिन बेनीवाल सोशल मीडिया पर अनर्गल टिप्पणी कर पत्रकारों के बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वही दूसरी ओर नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे उत्तराखंड) की जनपद इकाई ने भाजपा नेता सचिन बेनीवाल द्वारा विगत दिनों सोशल मीडिया पर पत्रकार और पत्रकारिता पर की गयी अनर्गल टिप्पणी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए यूनियन ने उनसे पत्रकार का नाम उजागर करने की मांग की है। यूनियन के जिला अध्यक्ष विक्रम सिंह सिद्धू ने कहा है कि बिना किसी ठोस प्रमाण के पत्रकार पर पत्रकारिता को बेचने के आरोप लगाने वाले बेनीवाल को या तो साक्ष्यों के साथ पत्रकारों के सामने आना चाहिए। अन्यथा सोशल मीडिया पर अनर्गल पोस्ट डालकर पत्रकारिता को बदनाम करने के लिए उन्हें पत्रकारों से माफी मांगनी चाहिए। सिद्धू ने कहा कि यदि बेनीवाल को किसी प्रकार की शिकायत थी, तो कार्रवाई के लिए उसे प्रमाणों के साथ संबंधित पत्रकार संस्थाओं व पुलिस के समक्ष रखना चाहिए था। लेकिन जिस तरह से वे सोशल मीडिया और दूसरे तरीकों से पत्रकारिता पर आक्षेप लगा रहे हैं। वह घोर आपत्तिजनक और निंदनीय है। इसके लिए उन्हें सार्वजनिक रूप से पत्रकारों से माफी मांगनी चाहिए।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
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