हरिद्वार। श्री हंस महाराज राजकीय इंटर कॉलेज पोखडा पौड़ी गढ़वाल के प्रधानाचार्य बी. पी. डबराल और राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती ममता चतुर्वेदी और सह प्रभारी मीनाक्षी ध्यानी ने विश्व योग दिवस पर विद्यालय के छात्र छात्राओं और शिक्षकों को योग दिवस की बधाई दी। और छात्र,छात्राओं को हमारे जीवन में योग की उपयोगिता के बारे में बताया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी ममता चतुर्वेदी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग योग को आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विशिष्ट पहचान मिल रही है। उन्होंने कहा कि यदि योग को हम अपनी जीवन शैली का हिस्सा बना लें तो हम विभिन्न तरह की बीमारियों से खुद को दूर रख सकते हैं। ममता चतुर्वेदी ने कहा कि मौजूदा कोरोना काल में योग की उपयोगिता और भी ज्यादा बढ़ गई है। योग करने से मनुष्य को निरोगी काया मिलती है मानसिक शारीरिक एवं आध्यात्मिक शक्ति का विकास होता है प्रतिदिन योग अवश्य करना चाहिए। विद्यालय के शिक्षकों छात्र छात्राओं ने आज योग दिवस पर अपने अपने घर से योग करके विश्व योग दिवस मनाया। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वंय सेवी कु. गीतांजली, सिमरन, दिपांजली, गौरी रावत, आंचल, आयुषी, आयुष, अमन, शिवांक ने अपने घर पर योग किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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