हरिद्वार। कुंभ मेला 2021 के दौरान कोविड जांच के नाम पर हुए घोटाले की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने हरिद्वार के सीएमओ और मेला सीएमओ समेत कोविड सेल के प्रभारी से पूछताछ की। बताया जाता है कि पूछताछ काफी देर तक चलती रही। एसआईटी ने इस घोटाले से जुड़े सभी दस्तावेज अधिकारियों से मांगे हैं। सोमवार सुबह ही एसआईटी प्रभारी राकेश रावत ने जांच के लिए सीएमओ डॉ. एसके झा और मेला सीएमओ डॉ. एके सेंगर के अलावा कोविड सेल प्रभारी डॉ. नरेंद्र त्यागी को पूछताछ के लिए बुलाया। एसआईटी के दफ्तर में इंस्पेक्टर राकेंद्र कठैत, जांच अधिकारी राजेश साह, दरोगा राजेंद्र रावत, लक्ष्मी मनोला भी मौजूद रहीं। तीनों अधिकारियों से इस टेस्टिंग के संबंध में फर्म मैक्स कॉरपोरेट सर्विस, नलवा लैबोरेट्रीज और डॉ. लाल चंदानी लैब से जुड़े दस्तावेज मांगे। अनुमति से लेकर काम करने की तारीख भी पुलिस ने पूछी। अनुबंध पत्र भी मांगा गया। कुछ दस्तावेज एसआईटी टीम को पहले ही सौंपे जा चुके हैं। कुछ महत्वपूर्ण बिंदू पर पुलिस ने तीनों अधिकारियों से जानकारी भी ली। एसआईटी प्रभारी राकेश रावत ने बताया कि एसआईटी पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। अभी लोगों के बयान लिए जा रहे हैं। वही कोरोना टेस्ट घोटाले में प्रशासनिक टीम की जांच भी जारी है। सोमवार को जांच टीम के प्रभारी सीडीओ व मुख्य कोषाधिकारी ने मेलाधिकारी कुंभ कार्यालय पहुंचकर साढ़े तीन घंटे तक जरूरी दस्तावेज खंगाले। टीम ने पड़ताल के बाद कुछ और कागजात मेलाधिकारी कुंभ से तलब किये हैं। सीडीओ सौरभ गहरवार, मुख्य कोषाधिकारी ऋतु भंडारी के साथ सोमवार सुबह ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज स्थित मेलाधिकारी कुंभ एएस सेंगर के कार्यालय पहुंचे। टीम ने दोपहर ढाई बजे तक कुंभ से जुड़े कई अन्य दस्तावेज तलब कर उनकी बारीकी से जांच की। जांच के दौरान टीम को कई दस्तावेज कार्यालय में नहीं मिले हैं। जिनके संबंध में मेलाधिकारी स्वास्थ्य को मंगलवार तक सीडीओ कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा गया है। अगले एक सप्ताह के भीतर सीडीओ को अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपनी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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