हरिद्वार। उत्तरांचल पंजाबी महासभा एवं कोविड हेल्प लाइन की ओर से रामकृष्ण मिशन हॉस्पिटल को पांच स्ट्रेचर प्रदान किए गए। कुछ दिन पूर्व ही दोनों संगठनों की ओर से अस्पताल को 10 व्हील चेयर उपलब्ध करायी गयी थी। इस दौरान मौजूद रहे जिला अधिकारी सी.रविशंकर ने कहा कि रामकृष्ण मिशन अस्पताल कोरोना काल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। रामकृष्ण मिशन अस्पताल के प्रबंधक स्वामी नित्यशुद्धानंद जरूरतमंदों की सेवा में भी अपना योगदान दे रहे हैं। लगातार खाद्य सामग्री भी वितरित की जा रही है। उत्तरांचल पंजाबी महासभा के अध्यक्ष प्रमोद कुमार पांधी व अनिल कुमार कुमार ने कहा कि उत्तरांचल पंजाबी महासभा सामाजिक सरोकारों से जुड़ी हुई संस्था है। विगत वर्षो से रामकृष्ण मिशन अस्पताल शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उपचार देने में बेहतर भूमिका निभा रहा है। अस्पताल में मरीजों की संख्या को देखते हुए 5 स्टेªचर प्रदान किए गए हैं। मरीजों को अच्छी से अच्छी सुविधा अस्पताल में मिलनी चाहिए। प्रदेश महामंत्री सुनील अरोड़ा ने कहा कि गरीब, असहाय निर्धन व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गो के मरीजों को अस्पताल में बेहतर इलाज मिलता है। सेवा के क्षेत्र में स्वामी नित्यशुद्धानंद निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं। नीरज कुमार कुमार ने कहा कि सहयोग से ही समाज की अनेकों समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। जल्द ही हरा भरा बनाने के लिए उद्देश्य से जिला अधिकारी के संयोजन में एक हजार पौधे विभिन्न क्षेत्रों में लगाए जाने का संकल्प भी लिया गया। इस दौरान नीरज कुमार, अनिल कुमार, राजू ओबराय, राम अरोड़ा, अनुपम जग्गा, रजत जैन, मिंटू पंजवानी, अमित बजाज, अक्षय शर्मा, अनिल अरोड़ा, प्रेमपाल अरोड़ा, सतीश छाबड़ा, जिम्मी कुमार, नितेश जैन, विशु जैन, अनुपमा सेठी, सुरेश ग्रोवर, करण मल्होत्रा, आशीष, ऋषि सचदेवा, सुनील अरोड़ा, नीरज आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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