हरिद्वार। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर पौधारोपण सहित पर्यावरण के प्रति जागरूकता फेलाने का सिलसिला चैथे दिन भी जारी रहा। श्री हंस महाराज इंटर कॉलेज पोखडा, पौड़ी गढ़वाल में राष्ट्रीय सेवा कार्यक्रम अधिकारी ममता चतुर्वेदी की नेतृत्व में एनएसएस के स्वयं सेवकों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के संकल्प की शुरूआत पौधारोपण से किया। इसके बाद स्वयंसेवकों द्वारा पोस्टर एवं वीडियो क्लिप के माध्यम से पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के संकल्प के तहत लोगों को भी धरती पर हरियाली की अनिवार्यता के प्रति जागरूक किया। पर्यावरण दिवस के दिन शुरू हुई कार्यक्रम के मौके पर काॅलेज के कार्यक्रम अधिकारी ममता चतुर्वेदी ने सभी प्रदेशवासियों को पर्यावरण दिवस की बधाई देते हुए कहा की हमें धरती पर पर्यावरण को बचाने के लिए आगे आना होगा, तभी हम शुद्ध और स्वच्छ पर्यावरण के अंतर्गत अपना जीवन यापन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रायः देखने में आ रहा है कि पेड़ों के कटान से लगातार धरती पर ऑक्सीजन की कमी हो रही है जिस बहुमुल्य जीवनदायनी ऑक्सीजन की कीमत आज इस करोना काल के दौरान हम सभी देशवासियों को मालूम हो चुकी है कि मनुष्य के जीवन में ऑक्सीजन की कितनी अहम भूमिका है। हम सभी को इस महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कमी का सबक लेना चाहिए । उन्होंने कहा कि धरती पर ऑक्सीजन को बचाने के लिए हमें अपने आसपास के पर्यावरण की रक्षा करनी होगी। पर्यावरण की रक्षा के लिए सभी लोगों को अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने के लिए जागरूक करना होगा। कहा कि सभी को संकल्प लेना होगा कि हर हाल में हम सभी मानव धरती पर पर्यावरण की रक्षा करेंगे और अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएंगे। जागरूकता कार्यक्रम के तहत छात्राओं ने आस-पास के लोगों को पौधारोपण के प्रति जागरूक किया और पौधारोपण का संकल्प दिलाया। इस दौरान कार्यक्रम में प्रतिभाग करने में वालों में मुख्य रूप से कु मोनिका, शिवांक नौटियाल, अमन बिष्ट, डॉली रावत, आयुषी जोशी, अनुज कुमार,आयुष रावत, निधि, ज्योति रावत आदि एनएसएस के स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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