हरिद्वार। श्री देव सुमन विश्वविद्यालय की ओर से वार्षिक परीक्षाओं का संचालन समाप्त कर सेमेस्टर सिस्टम लागू किए जाने को लेकर एबीवीपी कार्यकत्र्ताओं ने उत्तराखंड संस्कृत विवि के गेट प्रदर्शन करते हुए श्री देव सुमन विवि प्रशासन का पुतला दहन किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए एबीवीपी की प्रदेश मंत्री काजल थापा ने कहा कि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने विश्वविद्यालय से अटैच कॉलेज में पूर्व में स्नातक स्तर पर सेमेस्टर सिस्टम लागू किया था लेकिन विद्यार्थी परिषद के विरोध के बाद सेमेस्टर सिस्टम को समाप्त कर वार्षिक परीक्षाएं कराई गई। अब फिर से कुलपति वार्षिक परीक्षाओं को छात्र हित में न बताते हुए सेमेस्टर सिस्टम को लागू करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व में नए कैंपस बनाए जाने की घोषणा की गई थी कितु अभी तक कैंपस पूर्ण रूप से विकसित नहीं कर पाई, उसके उपरांत घोषणा मात्र के लिए दो- तीन कैंपस और बनाए जाने कि बात हास्यास्पद जैसी है। अभाविप उत्तरांचल कार्य परिषद के इस तानाशाही रवैये का विरोध करती है। प्रदेश सह मंत्री मोहित चैहान ने कहा कि यदि किसी विद्यार्थी की मार्कशीट में कोई त्रुटि रहती है तो उसको ठीक करने में विद्यार्थियों को बहुत समस्या होती है। उन्होंने कहा कि जब तक सुचारू रूप से मूलभूत सुविधाएं लागू नहीं होती तब तक यह सेमेस्टर सिस्टम को लागू किया जाना छात्रों के साथ सरासर अन्याय है। अभाविप सेमेस्टर सिस्टम लागू कराने के निर्णय का विरोध करती है और जब तक इसे समाप्त नहीं किया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में विभाग संगठन मंत्री राहुल सारस्वत, नगर मंत्री अमन कुशवाहा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पुलकित राजा, नगर मीडिया प्रमुख संचित चैहान, नगर सहमंत्री विवेक चैहान, अखिल चैहान, पुष्पेंद्र चैहान, पवनिष चैरसिया, आदर्श समेत अनेक कार्यकत्र्ता शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment