हरिद्वार। जिला मजिस्ट्रेट,जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत), सी0 रविशंकर ने अवगत कराया कि राज्य निर्वाचन आयोग, उत्तराखण्ड, देहरादून की पूर्व अधिसूचना संख्या 1254 10 मार्च 2021 द्वारा जनपद हरिद्वार की पंचायत निर्वाचक नामावलियों के विस्तृत पुनरीक्षण कार्यक्रम निर्धारित किया गया था। उक्त कार्यक्रम में जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) सी रविशंकर ने निर्वाचक नामावली (मतदाता सूची) के विस्तृत पुनरीक्षण को लेकर संसोधित कार्यक्रम घोषित कर दिया है, जो 27 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान प्राप्त दावे, निस्तारण आदि की कार्रवाई की जाएगी। निर्वाचक नामावलियों का जनसामान्य के लिए 23 जुलाई को अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा। कोविड संक्रमण के कारण बीती एक मई से आगे के पुनर्रीक्षण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि हरिद्वार जनपद में निकाय पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। मतदाता सूची पुनरीक्षण को ही चुनाव प्रक्रिया का पहला चरण माना जाता है। तय कार्यक्रम के अनुसार 25 जून तक मतदाता सूचियों की प्रतियां नोडल अधिकारी एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा मतदान केंद्रवार तैनात किए गए कर्मचारियों को जन सामान्य के निरीक्षणार्थ उपलब्ध कराई जाएगी। 28 जून को मतदाता सूची के आलेख्य का प्रकाशन, 29 जून से 5 जुलाई तक मतदाता सूची का निरीक्षण कराना, दावा व आपत्तियों को प्राप्त किया जाएगा। 6 जलाई से 12 जुलाई तक दावे व आपत्तियों की जांच व उनका निस्तारण किया जायेगा। इसके बाद 13 से 15 जुलाई तक पूरक सूची की पाण्डुलिपियां तैयार कर 17 जुलाई को पाण्डुलिपियां पंचास्थनि चनाव कार्यालय को उपलब्ध कराई जायेगी। 18 से 20 जुलाई के मध्य पूरक सूचियों की डेटा एंट्री एवं फोटो स्टेट प्रक्रिया तैयार कर मूल सूचि के साथ संलग्न की जायेगी। 22 जुलाई को तैयार मतदाता सूची को नोटल अधिकारी एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को सौंपी जायेगी। संशोधित कार्यक्रमानुसार प्रारूप निर्वाचक नामावलियों की प्रतियां नोडल अधिकारी एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा मतदान केन्द्रवार तैनात किये गये कर्मचारियों को जन सामान्य के निरीक्षणार्थ दिनांक 24.06.2021 से 25.06.2021 तक उपलब्ध कराया जाएगा,
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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