हरिद्वार। बिना इस्तेमाल किए क्रेडिट कार्ड से पैसे निकलने के मामले में प्रथम न्यायिक मजिस्ट्रेट मंजू देवी ने बैंक व अन्य पर केस दर्ज कर विवेचना करने के आदेश ज्वालापुर कोतवाली पुलिस को दिए हैं। अधिवक्ता रेशु नेहरा ने बताया संजय सिंह पुत्र रोशन सिंह निवासी शास्त्री नगर ज्वालापुर, हरिद्वार ने आरबीएल बैंक व अन्य के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156 (3 ) में लिखित शिकायत दायर की थी। शिकायत में संजय ने बताया था कि उसे आरबीएल बैंक कर्मी ने एक क्रेडिट कार्ड जारी किया गया था।आरोप लगाया था कि बीते मार्च माह को क्रेडिट कार्ड मिलने से पूर्व ही क्रेडिट कार्ड से दो दिन पहले ही दो ट्रांजैक्शन हुई थी। जिसमें उसके क्रेडिट कार्ड से कुल तीन ट्रांजैक्शन के माध्यम से साढ़े 54 हजार रुपये किसी अनजान व्यक्ति द्वारा निकाल लिए गए थे। धोखाधड़ी का शिकायतकर्ता को उसके मोबाइल पर मेल व मैसेज चेक करने पर पता चला था। जबकि क्रेडिट कार्ड शिकायतकर्ता के पास ही मौजूद था। शिकायतकर्ता ने किसी अन्य व बैंक कर्मियों पर मिलकर फर्जी रूप से क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर उसके खाते में से पैसे निकालने का आरोप लगाया है। आरोप लगाया कि क्रेडिट कार्ड मिलने से पूर्व उस पर बैंक कर्मचारियों के ओटीपी नम्बर पूछने के लिए फोन आए थे। शिकायत कर्ता ने बैंक कर्मचारियों व अन्य ने आपस में मिलकर धोखाधड़ी कर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर पैसे निकालने का आरोप व आशंका जताई है। इस संबंध में शिकायतकर्ता ने स्थानीय कोतवाली ज्वालापुर व पुलिस के आलाधिकारी को शिकायत पत्र दिया था। जिसपर कोई कार्यवाही नहीं होने के बाद शिकायतकर्ता ने कोर्ट में केस दर्ज कराने के लिए शिकायत दायर की। सुनवाई करते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम मंजू देवी ने बैंक कर्मचारियों व अन्य पर केस दर्ज विवेचना करने के आदेश ज्वालापुर कोतवाली पुलिस को दिए हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment