हरिद्वार। थाना बहादराबाद क्षेत्रान्गर्त पैठ बाजार में महिला द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में मृतका की मां की शिकायत पर पुलिस ने पति समेत आठ लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया है।। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शिकायकर्ता ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी की ससुराल पक्ष ने हत्या कर दी है। ज्ञात रहे कि 2 मई की शाम सुमन नेगी का शव बहादराबाद पैठ बाजार स्थित किराए के मकान में लटका हुआ था। तीन वर्षीय बच्ची कमरे में खेल रही थी। बेटी की मौत की खबर सुनकर शिकायकर्ता भी बहादराबाद मौके पर पहुंची। उस वक्त वहां दामाद समेत पूरा परिवार मौजूद था। जब उनसे घटना का कारण पूछा तो उन्होंने अभद्र व्यवहार किया। आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने बेटी को मारने की बात कही और उनको भी जान से मारने की धमकी दी है। शिकायतकर्ता ने कहा कि उसकी बेटी सुमन की शादी 17 जनवरी 2017 को हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार सुनील पुत्र ख्याल सिंह नेगी निवासी न्यू कालोनी धनौरी के साथ बडी धूमधाम से हुई थी। शादी में स्त्री धन के रूप में हैसियत से बढकर ससुराल पक्ष को दान-दहेज कन्यादान के रुप में दिया था। शादी के कुछ समय बाद मृतका सुमन नेगी ने एक लडकी को जन्म दिया। आरोप है कि ससुराल पक्ष उसकी बेटी को ताने देने लगे व उसके साथ मारपीट करने लगे। शिकायतकर्ता ने कहा कि बेटी के साथ अवमानवीय व्यवहार होने के बाद भी समझा बुझाकर ससुराल भेज दिया गया। जिससे उसकी बेटी मानसिक तौर पर परेशान रहने लगी। एक वर्ष पहले सुनील बेटी के साथ बहादराबाद पीठ बाजार में एक किराये के मकान में रहने लगा। आरोप लगाया कि कई बार उसकी बेटी ने फोन पर बताया कि उसके ससुराल पक्ष ने उसके सारे गहने छीन लिए हैं और उसे जान से मार देने की धमकी देते हैं। थाना प्रभारी संजीव थपलियाल के अनुसार मृतका की मां ममता पत्नी सतेन्द्र सिंह निवासी जगतपुरी एक्सटेंशन, नन्द नगरी, उत्तर पूर्वी दिल्ली की शिकायत पर बेटी की सास, सुनील नेगी पति, गोविन्द सिंह नेगी व अमर सिंह जेठ, पिकी व सारिका जेठानी, साधना ननद और विनोद सिंह नेगी ननदोई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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