हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय अब केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय की ज्ञान और कौशल की महत्वाकांक्षी परियोजना का हिस्सा बन गया है। इस बारे में इंस्टीट्यूट इन्वोवेशन काउंसिल के समन्वयक डॉ. मयंक अग्रवाल ने बताया कि विश्वविद्यालय स्तर पर काउंसिल ने सक्रिय रूप से कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की विभिन्न परियोजना में इनोवेशन आधारित शिक्षा एक अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना है। जिसका उद्देश्य कौशल विकास एवं इनोवेशन है। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय की इंस्टीट्यूट इन्वोवेशन काउंसिल छात्रों को इनोवेशन, पेटेंट और स्टार्ट अप के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अपनी विभिन्न गतिविधियों का हिस्सा बनाएगी। काउंसिल के उद्देश्यों के सफल नियोजन के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। काउंसिल के माध्यम से इनोवेशन, पेटेंट और स्टार्टअप से जुड़ी भारत सरकार की योजनाओं को लाभार्थी छात्रों तक पहुंचाने का कार्य करेगी। काउंसिल के अध्यक्ष प्रो. सत्येन्द्र राजपूत ने बताया कि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की काउंसिल के माध्यम से इंटर डिसिप्लनरी अप्रोच के माध्यम नूतन इनोवेशन को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा पेटेंट पंजीकरण से जुड़ी दिक्कतों के समाधान लिए भी काउंसिल प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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