हरिद्वार। देश के प्रत्येक नागरिक तक न्याय की पहुंच होनी चाहिए। तो उसी दिन न्यायपालिका के निर्माण का उद्देश्य सफल होगा। लोकतंत्र में अधिवक्ता समाज के गरीब,निर्धन व असहाय लोगों का सहारा होता है। गुरुवार को प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी रुपेंद्र प्रकाश महाराज ने जिला अधिवक्ता परिषद को गांव स्तर पर न्याय केंद्र का गठन कर प्रत्येक निर्धन व असहाय व्यक्ति को निशुल्क इंसाफ दिलाने का कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में आज भी लाखों आर्थिक स्थिति के अभाव में न्याय के लिए न्यायालय में नही जा पाते हैं।ऐसी स्थिति में अधिवक्ता परिषद को आम नागरिक तक पहुंच बनानी होगी।आयोजित बैठक में आरएसएस विभाग प्रचारक शरद ने कहा कि प्रत्येक संगठन के लिए कार्यकर्ता महत्वपूर्ण कड़ी है। किसी भी संगठन की मजबूती व सफलता के लिए कार्यकर्ता की मेहनत सर्वोपरि है।ऐसे ही अधिवक्ता परिषद व समाज के प्रत्येक नागरिक को अपने दायित्व का निर्वाह करते हुए संगठन व समाज की भलाई हो सकती है। इससे पूर्व कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष संजय जैन ने जिला इकाई के अध्यक्ष विकास शर्मा की मृत्यु पर रिक्त हुए पद पर वर्तमान महामंत्री प्रणव बंसल, उपाध्यक्ष लोकेश दक्ष व कोषाध्यक्ष पद पर भव्यांश शर्मा के नाम की घोषणा की गई। उन्होंने नव मनोनीत पदाधिकारियों को बधाई देते हुए संगठन की मजबूती के साथ निर्धन व असहाय लोगों को निशुल्क व सुलभ न्याय प्रदान करने की अपील की। आयोजित बैठक वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक अग्रवाल,अल्का चोपड़ा,पंकज मणि शर्मा,अंकुर कुमार,रोहित कनवाल, राजकुमार, केपीएस चैहान, बीएसे चैहान, रुड़की इकाई के अध्यक्ष अनुज कपिल,अनुज त्यागी,शिव प्रताप पुंडीर,जितेश चन्द तिवारी व सुशील सिंघल उपस्थित रहे। इस दौरान बीते अप्रैल माह में जिला इकाई के अध्यक्ष व टैक्स बार के सदस्य विकास शर्मा की मृत्यु हो गई थी। जिसपर पर जिला इकाई में अध्यक्ष का पद रिक्त चल रहा था। बैठक में उपस्थित सभी अधिवक्ताओं ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रदांजलि दी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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