निरंजनी पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने दिये आशीर्वाद वचन
हरिद्वार। रायपुर व सप्त सरोवर हरिद्वार स्थिति 312 वर्ष प्राचिन स्थल जहां आम दिनों में बहुत सारे धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रम चलते रहते थे। कोरोना काल के चलते वह 2 सालों से नहीं हो पा रहे थे। शदाणी दरबार के वर्तमान पीठाधीश्वर संत युधिष्ठरलाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आपदा को अवसर में बदलो के नारे को अध्यात्म के रास्ते अपनाया और पूरे विश्व मे बसे शदाणी श्रद्धालुओं को डिजिटल प्लेटफार्म पर घर-घर एक साथ बैठाया। आज दरबार के आठवें संत गोबिंदराम साहिब जी का चन्द्र दिवस मेला बडी धूम धाम से मनाया गया। इस वर्चुअल मेले में हरिद्वार से निरंजनी पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने आशीर्वाद दिया। उन्होने दरबार के नवम पीठाधीश्वर संत युधिष्ठिर लाल को मेले की बधाई देते हुए देश विदेश से जुड़े शदाणी भक्तों को इस महामारी के समय अपने गुरु से जुड़ कर सच्ची श्रद्धा से मन की आत्मिक शक्ति को बढ़ाने को कहा। उन्होने माॅ गंगा से प्रार्थना की फिर ऐसा समय जल्दी आए कि लोग अपना सामान्य जीवन गुजार सकें। शदाणी पीठाधीश्वर ने श्रद्वालु भक्तो से कहा कि ऐसी महामारी पहले भी अलग नाम से आई है और लोग अपनी चेतना व सुजगता से उससे लड़कर फिर से नया जीवन जीने की कला सीखी है। उन्होने कहा कि आज यह चन्द्र दिवस सब बक्तों के जीवन में शीतलता ओर मिठास लाए, ऐसी प्रार्थना है। शदाणी दरबार के सेवादार अमरलाल शदाणी ने बताया कि जूम वर्चुअल मेले के माध्यम से शदाणी दरबार तीर्थ से शदाणी भक्तो को 300 वर्ष प्राचीन (धूनी साहिब) धूणेश्वर महादेव व हरिद्वार संत शदाणी गंगा घाट के दर्शन भी कराए गए। सुर ओर संगीत के लय में महेश मोटलानी, सिमरन,बंटी गाबड़ा,बलदेव चावला ने श्रद्वालु भक्तों को भक्तिरस में सराबोर करते हुए गुरु भक्ति से जोड़ा। आयोजन की संचालिका डॉ किरण शदाणी ने सब शदाणी भक्तो,संतों, और अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद किया।
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