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जिलाधिकारी ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा,टूटे बांध का किया मुआयना


 हरिद्वार। जिलाधिकारी ने बालावाली में तटबंध के निकट कलसिया क्षेत्र का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि  2018 में बांध टूट गया था, जिसके कारण सिल्ट आ जाती है। अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र के लिए 02 स्पर प्रस्तावित किये गये हैं। इसका स्थायी समाधान तटबंध बनाने पर ही हो सकता है। अधिकारियों ने जिलाधिकारी को यह भी बताया कि 2020 में भारत सरकार की एक टीम ने इसका मौका मुआयना भी किया था। सिंचाई विभाग द्वारा इस संबंध में अप्रैल 2021 में इसका रिवाइज स्टीमेट भेजा गया है। डुमनपुरी क्षेत्र के लोगों द्वारा पेयजल की गुणवत्ता के सम्बन्ध में शिकायत पर जिलाधिकारी ने गांव में पहुंचकर रनीपाल सिंह के घर पहुंचकर हैंडपम्प से गिलास में पानी लेकर देखा। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें पीने का पानी कहीं ओर से लाना पड़ता है। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को पानी का सैंपल लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने गांव में बच्चों से मिलकर आंगनबाड़ी से मिलने वाले राशन के बारे में पूछा, कोविड-19 वैक्सीनेशन के संबंध में पूछने पर पूर्व प्रधान द्वारा बताया गया कि गांव में लगभग 90 प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। इसके बाद जिलाधिकारी ने शेरपुर बेला में कुछ दिन पूर्व बारिश के उपरान्त टूट गये तटबन्ध का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि तटबंध टूटने के कारण क्षेत्र में जलभराव व बाढ़ की समस्या आयी है, सिंचाई विभाग वाइब्रेंट लगाकर उसको सुरक्षित बना रहे हैं, आस-पास के खतों में जलभराव हो रखा है, पूरे पानी के निकासी हो जाने पर इसको पूर्णं रूप से ब्लाॅक किया जाएगा। इस संबंध में एसडीएम को निर्देश दिये गये है कि गांव में किसानों के साथ बैठक करेंगे, यदि यह पानी के बहाव को रोक रहा है तो उसे हटाने पर विचार करेंगे। इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र के लिए सिंचाई विभाग द्वारा बाढ संबंधी कार्ययोजना भेजी गयी है, स्वीकृति मिलने पर उक्त कार्य भी किये जाएंगे। इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि दिव्य प्रताप सिंह, एसडीएम शैलेन्द्र सिंह नेगी, सीएमओ डाॅ0एस0के0 झा, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता डी0के0 सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी वी0के0 सिंह यादव, मुख्य उद्यान अधिकारी नरेन्द्र यादव, डीपीआरओ रमेश चन्द्र त्रिपाठी, डीडीओ पुष्पेन्द्र चैहान, अधिशासी अभियंता पेयजल मौ0 मीसम, तहसीलदार लक्सर आदि उपस्थित थे।


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