हरिद्वार। अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बी.एस.मिश्रा की अध्यक्षता में जनपद हरिद्वार से सम्बन्धित मुख्य देय एवं विविध देय की वसूली के सम्बन्ध में बैठक हुई। बैठक में हरिद्वार,रूड़की तथा लक्सर के तहसीलदार मौजूद रहे। बैठक में जनपद हरिद्वार में वित्तीय वर्ष 2021-22 माह जून, 2021 तक मुख्य देय की शुद्ध मांग 15.76 लाख के सापेक्ष 1.41 लाख की वसूली की गयी, जो कि मांग का 09 प्रतिशत है। इसी प्रकार विविध देयों की शुद्ध मांग 12464.60 लाख के सापेक्ष 466.60 लाख की वसूली की गयी, जो कि कि मांग का 04 प्रतिशत है। इस सम्बन्ध में अपर जिलाधिकारी द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए सम्बन्धित तहसीलदारों को निर्देशित किया गया है कि बड़े बकायेदारों को चिन्हित करते हुए इसकी सूची तैयार कर तहसील के बोर्ड पर सूची चस्पा करें। वसूली की नियमानुसार प्रक्रिया को पूरी करते हुए तत्काल जमा कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने तहसीलदारों को वसूली अभियान चलाकर वसूली में प्रगति हेतु निर्देशित किया। बैठक में तहसीलदार भगवानपुर के अनुपस्थित रहने पर अपर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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