हरिद्वार। धरा का श्रृंगार, हरित हरिद्वार-सुंदर हरिद्वार अभियान के तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पौधरोपण कार्यक्रम जारी है। रविवार को मध्य हरिद्वार मंडल द्वारा ऋषिकुल मैदान व कनखल मंडल द्वारा दक्षद्वीप पर पीपल, बरगद, नीम, जामुन, अमरूद आदि के पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख (प.उप्र-उत्तराखंड) पदम सिंह ने कहा कि हमारे जीवन में प्राकृतिक सौंदर्य संपदा का कितना महत्व है, यह हम सब ने कोरोना काल में जान लिया है। लगातार प्रदूषित होते वातावरण से हमें बचाने में पेड़ पौधों का विशेष महत्व है। पीपल, बरगद जैसे देवतुल्य वृक्षों का जहां पौराणिक महत्व है, वही वातावरण में ऑक्सीजन की कमी को भी यह पूरा करते हैं। आरएसएस के जिला संचालक कुंवर रोहिताश ने कहा कि पेड़ पौधे हमारी प्राकृतिक सौंदर्यता को तो दर्शाते ही हैं साथ ही यह अनेक संदेश समाज को देते हैं। इनके संदेश को समझ कर इनका संरक्षण करने का काम आज प्रत्येक स्वयंसेवक कर रहा है। इस मौके पर पहुंचे नगर आयुक्त जय भारत सिंह ने पौधरोपण कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि आज हम सब का दायित्व बनता है कि हम अपने द्वारा किए गए पौधरोपण का तो संरक्षण करें ही साथ ही फलदार छायादार वृक्षों को कटने से भी रोकें। पौधारोपण अभियान के दौरान आरएसएस के नगर संचालक डॉ. यतेंद्र नाग्यान, प्रचारक प्रभात मदन, रमेश मुखर्जी, जसवंत सिंह, अनिल गुप्ता,संजय कुमार, डॉ. अनुराग, डॉक्टर रतनलाल, अमित त्यागी, अमित शर्मा, पूर्व मेयर मनोज गर्ग, विमल कुमार, देशराज शर्मा, रवि दत्त शर्मा, योगेश पांडेय, मोनू त्यागी, कुलदीप, नवीन पंत, राजकुमार, नागेश राणा, रितिक प्रजापति, माणिक, उमेश मिश्रा, धर्मेंद्र आदि सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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