हरिद्वार। नेटफलिक्स पर रिलीज हुई तापसी पन्नु की फिल्म हसीन दिलरुबा पर श्री गंगा सभा ने ऐतराज जताया है। दरअसल, फिल्म में गंगा किनारे शराब व मांस सेवन से जुड़े कुछ सीन दिखाए गए हैं। जिन पर श्री गंगा सभा को आपत्ति है। सीन न हटने तक फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है। फिल्म हसीन दिलरुबा की शूटिंग करीब डेढ़ साल पहले हरिद्वार में हुई थी। हाल ही में यह फिल्म रिलीज हुई है। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि फिल्म में एक कलाकार हरिद्वार में एक धर्मशाला की छत में शराब-धूमपान करता दिख रहा है। छत से गंगा और पुल सभी कुछ साफ दिखाई दे रहे हैं। फिल्म में कुत्तों को मांस खिलाने का सीन भी दिखाया गया है। श्री गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा ने बताया कि फिल्म में गंगा किनारे आपत्तिजनक सीन फिल्माकर तीर्थ की मर्यादा को ठेस पहुंचाई गई है। श्री गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा ने कहा कि जब तक फिल्म से यह सभी आपत्तिजनक ने हटा नहीं दिए जाते, तब तक फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाई जाए। अगर फिल्म को इंटरनेट मीडिया पर रिलीज किया जा रहा है तो वहां पर भी सरकार पहल करके इसके प्रदर्शन पर रोक लगाए। उन्होंने मांग की कि किसी भी तीर्थ पर अगर किसी फिल्म के शूटिंग के लिए अनुमति दी जाती है तो पहले प्रशासन को देखना चाहिए कि क्या शूटिंग की जाएगी। इसका पूरा ब्यौरा अपने पास रखें और इस बात की समय समय पर ताकीद की जाती रहे कि वही चीज फिल्माई जा रही है या कुछ और। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हसीन दिलरुबा फिल्म के प्रदर्शन पर रोक नहीं लगाई जाती है तो तीर्थ पुरोहित और श्री गंगा सभा इसके खिलाफ विधिक कार्रवाई करेगी। जरूरत पड़ी तो सड़कों पर भी आंदोलन किया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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