हरिद्वार। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के संयोजन में ऋषिकुल घाट पर कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कारगिल युद्ध में शौर्य का प्रदर्शन कर विजय पताका फहराने वाले वीर जवानों को नमन किया गया तथा मां गंगा से युद्ध में शहीद हुए जवानों को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्रार्थना की। अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने कारगिल युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना को मूंहतोड़ जवाब देकर भारत की सीमाओं की रक्षा की। सीमा पर कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों ने अपने प्राणों को न्यौछावर करते हुए सीमाओं की रक्षा में साहस का परिचय दिया। ऐसे वीर शहीदों को शत शत नमन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना किसी से भी कम नहीं है। पाकिस्तान बार बार नापाक इरादों से सीमाओं में अशांति फैलाने का काम करता है। लेकिन भारतीय सेना पाकिस्तानी सैनिकों को मूंहतोड़ जवाब देने का काम करती चली आ रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को वीर शहीद सैनिकों के साहस से परिचय लेना चाहिए। भारतीय सेना हमेशा ही देश की सीमाओं की सुरक्षा में चैबीस घंटे लगी रहती है। उत्तराखण्ड के नौजवान भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा में अपना योगदान देते चले आ रहे हैं। पंडित पवन कृष्ण शास्त्री व सुनील प्रजापति ने कहा कि कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों के साहस की जितनी भी प्रशंसा की जाए उतना कम है। मां भारती के लाल अपने प्राणों को न्यौछावर कर देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हैं। अदम्य साहस व शौर्य के चलते ही कारगिल युद्ध पर विजय प्राप्त की। वीर सैनिकों से युवाओं को प्रेरणा लेकर देश भक्ति के लिए अग्रसर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को अधिक से अधिक सेना में भर्ती होकर देश सेवा का प्रण लेना चाहिए। वीर सैनिकों को नमन करने वालो में शिवम शर्मा, अंकित शर्मा, करण भारद्वाज, सोनू शर्मा आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के संयोजन में ऋषिकुल घाट पर कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कारगिल युद्ध में शौर्य का प्रदर्शन कर विजय पताका फहराने वाले वीर जवानों को नमन किया गया तथा मां गंगा से युद्ध में शहीद हुए जवानों को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्रार्थना की। अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने कारगिल युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना को मूंहतोड़ जवाब देकर भारत की सीमाओं की रक्षा की। सीमा पर कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों ने अपने प्राणों को न्यौछावर करते हुए सीमाओं की रक्षा में साहस का परिचय दिया। ऐसे वीर शहीदों को शत शत नमन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना किसी से भी कम नहीं है। पाकिस्तान बार बार नापाक इरादों से सीमाओं में अशांति फैलाने का काम करता है। लेकिन भारतीय सेना पाकिस्तानी सैनिकों को मूंहतोड़ जवाब देने का काम करती चली आ रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को वीर शहीद सैनिकों के साहस से परिचय लेना चाहिए। भारतीय सेना हमेशा ही देश की सीमाओं की सुरक्षा में चैबीस घंटे लगी रहती है। उत्तराखण्ड के नौजवान भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा में अपना योगदान देते चले आ रहे हैं। पंडित पवन कृष्ण शास्त्री व सुनील प्रजापति ने कहा कि कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों के साहस की जितनी भी प्रशंसा की जाए उतना कम है। मां भारती के लाल अपने प्राणों को न्यौछावर कर देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हैं। अदम्य साहस व शौर्य के चलते ही कारगिल युद्ध पर विजय प्राप्त की। वीर सैनिकों से युवाओं को प्रेरणा लेकर देश भक्ति के लिए अग्रसर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को अधिक से अधिक सेना में भर्ती होकर देश सेवा का प्रण लेना चाहिए। वीर सैनिकों को नमन करने वालो में शिवम शर्मा, अंकित शर्मा, करण भारद्वाज, सोनू शर्मा आदि शामिल रहे।
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