हरिद्वार। कावड़ मेला को रद्द किये जाने से नाराज युवा व्यापारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रोष जताया। व्यापारियों का कहना है कि पिछले 2 साल से व्यापारी मंदी की मार झेल रहा है और सरकार ने जो कावड़ मेला रदद किया है उससे व्यापारी बेहद नाराज है। युवा व्यापारी अमन शर्मा का कहना है कि जब प्रदेश सरकार अपने कार्यक्रम कर सकती है राजनीतिक कार्यक्रम करते हुए जगह-जगह अपना स्वागत करा सकती है, तो कावड़ मेला क्यों नहीं करा सकती। अभी हाल में ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का हर की पैड़ी पर स्वागत कार्यक्रम हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में भीड़ देखने को मिली वहां कोई ना तो सोशल डिस्टेंसिंग न किसी ने माक्स लगा हुआ था। करोना गाइडलाइन का कहीं भी पालन नजर नहीं आया। सरकार को सिर्फ कावड़ मेला होने से कोरोना फेलने का खतरा नजर आ रहा है। सरकार को कावड़ मेला कराने के लिए एक रणनीति बनानी चाहिए व्यवस्था बनाए जिससे कि कावड़ मेला को सकुशल संपन्न हो सकता है। युवा व्यापारी अमन माधव बेदी नं कहां कि सरकार को कावड़ मिलाकर आने के लिए अपने पहले से पूरी तैयारियां करनी थी जिस तरीके से कुंभ मेला कराया गया। उसी तरीके से कावड़ मेले को सम्पन्न कराना चाहिए। क्योंकि पिछले 2 साल से व्यापारी पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। उनके सामने अपने परिवार की रोजी रोटी के लिए संकट खड़ा है। अब प्रदेश सरकार कांवड़ मेले को बंद कर चुकी है, इससे व्यापारियों में आक्रोश है। इस दौरान आक्रोशित व्यापारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कहा कि जल्दी से जल्द प्रदेश सरकार व्यवस्था बनाएं और कावड़ मेला कराने की तैयारी करें। कावड़ मेला होने से व्यापारियों के रोजगार में सुधार होगा। माधव बेदी और अतुल चैहान ने कहा कि सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए सभी यात्राओं को खत्म करने का काम कर रहीं है। इस दौरान मुख्य रूप से करण शर्मा, राघव, कशिश भाटिया, सौरभ वर्मा, विकास वालिया, विक्की,मंटू, विकास शर्मा, हिमांशु वर्मा, गगन अग्रवाल, गौरव अरोरा, कुलदीप सिंह, आशुतोष शर्मा, ऋषि,राहुल, रोहित, आशीष वर्मा, विनय शर्मा, राहुल दीक्षित आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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