हरिद्वार में भाई जी के नाम से विख्यात पूर्व विधायक व कांग्रेसी नेता अम्बरीष कुमार के राजनीतिक जीवन का लंबा इतिहास रहा है। अम्बरीष कुमार उत्तर प्रदेश विधानसभा मे सर्वश्रेष्ठ विधायक का पुरुस्कार भी प्राप्त कर चुके हैं। अम्बरीष कुमार 2019 के लोकसभा चुनाव में भी हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े थे। 50 साल के राजनीतिक जीवन में 72 वर्षीय अम्बरीष कुमार ने आठ चुनाव लड़े हैं। हरिद्वार में उनकी राजनीतिक ज़मीन कितनी मजबूत रही है, यह इससे पता चलता है कि आठ में से 6 चुनावों में वे दूसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस से शुरू हुआ उनका राजनीतिक सफ़र जनता दल और समाजवादी पार्टी होते हुए फिर से उन्हें कांग्रेस में ले आया। हरीश रावत के बाद वह उत्तराखंड कांग्रेस के ऐसे दूसरे नेता हैं। जिन्होंने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और राहुल गांधी तीनों के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है। हरिद्वार के कपड़ा व्यापारी परिवार में जन्मे अम्बरीष कुमार ने 1971 में इंदिरा गांधी से प्रभावित होकर कांग्रेस का हाथ थामा था। सालभर के भीतर ही 1972 में वे हरिद्वार के यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने। कांग्रेस के प्रति झुकाव उन्हें परिवार से विरासत में मिला था।
मुख्यमंत्री की ओर से किच्छा विधायक ने दी श्रद्वांजलि
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से किच्छा से विधायक राजेश शुक्ला पूर्व विधायक अंबरीश को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। मुख्यमंत्री की ओर से उन्होंने पुष्पच्रक अर्पित कर पूर्व विधायक अंबरीश कुमार को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि अंबरीश कुमार संविधान के अच्छे ज्ञाता था। उनके साथ समाजवादी पार्टी में रहा हूं। निधन का समाचार मिला तो दुख हुआ है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से जितना उनको ज्ञान और अनुभव था जो उनकी प्रतीभा थी उसका सच्चे अर्थों में उतना लाभ उत्तराखंड को नहीं मिल सका।
हमेशा मार्गदर्शन करते रहते थे अम्बरीष कुमार-मदन कौशिक
हरिद्वार। कांग्रेस नेता अंबरीश कुमार के निधन पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने हमेशा जनता के हित में काम किए। बड़े भाई की भूमिका निभाने वाले अंबरीश कुमार उनका हमेशा मार्गदर्शन करते रहते थे। हरिद्वार के बारे में सुझाव देते रहते थे। उनका निधन से हरिद्वार की राजनीति में अपूर्णीय क्षति हुई है। वहीं कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि पूर्व विधायक अंबरीश कुमार के निधन का समाचार मिलकर कष्ट हुआ। संसदीय ज्ञान में वह निपुण थे। जमीन से जुड़ा नेता था। मेरे गुरु रहे। आज राजनीति के एक युग का अंत हो गया। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि उनका जाना हरिद्वार की राजीतिक का एक युग समाप्त होने जैसा है। उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। हमेशा ही उन्होंने शहर हित में आवाज उठाई। पूर्व मेयर मनोज गर्ग ने कहा कि समय समय पर वे मेरा मार्गदर्शन भी करते थे। उनके जाने से बहुत दुख हो रहा है।
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