देहरादून। डाॅ.मनोज कुमार- उत्तराखंड सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल कांवड़ यात्रा को रद करने का फैसला लिया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग में चर्चा करने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यह फैसला लिया है। बता दें कि बीते दिनों पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि कांवड़ यात्रा केवल उत्तराखंड का विषय नहीं। इसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा व मध्यप्रदेश आदि राज्य शामिल हैं। यह श्रद्धा व आस्था से जुड़ा आयोजन है। यह ध्यान रखना होगा कि कोरोना न बढ़े। ऐसा न हो कि कोरोना की वजह से श्रद्धालुओं के जानमाल को खतरा हो। गौर तलब है कि अप्रैल महीने में हरिद्वार कुंभ के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार आए थे। इससे राज्य में कोरोना की स्थित बिगड़ी थी। इसी को देखेते हुए तत्कालीन सरकार ने प्रदेश में कांवड़ यात्रा को रद करने का फैसला लिया था। हालांकि, इस बीच राज्य में नेतृत्व परिवर्तन हो गया। नए मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों से बातचीत के बाद कांवड़ यात्रा पर फैसला लेने की बात कही थी। इसी को लेकर आज मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए कांवड़ यात्रा को रद करने का फैसला लिया गया। फिलहाल कोरोना संक्रमण के मामलों और तीसरी लहर को देखते हुए कावड़ यात्रा रद्द कर दी गई है आपको बता दें कि कोरोना के चलते पिछले साल भी कावड़ यात्रा रद्द की गई थी हालांकि स्थानीय व्यापारी लगातार कावड़ यात्रा को खोलने की मांग करते आ रहे थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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