हरिद्वार। मुख्य सचिव के जन संवाद तथा जन समस्याओं के समाधान की व्यवस्था को सुदृढ़ किये जाने तथा जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में जनपद स्तर, तहसील स्तर, विकास खण्ड आदि स्तर पर सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों द्वारा जन शिकायतों का निस्तारण किया जाना नितान्त आवश्यक है। उक्त के अनुपालन में जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने आदेश जारी किये हैं कि तहसील,उप खण्ड स्तर,विकास खण्ड स्तर पर समस्त विभागीय अधिकारियांे यथा-तहसील स्तर पर उप जिलाधिकारी,तहसीलदार, सहित सभी विभागो के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे अपने अपने कार्यालयों में उपस्थित रहते हुए पूर्वाह्न 10ः00 बजे से 12ः00 बजे तक जनता की समस्याओं को सुनेंगे, जिसका सूचनापट् अपने-अपने कार्यालयों के बाहर प्रदर्शित, स्थापित करेंगे तथा प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करेंगें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगे कि तहसीलध्उप खण्ड स्तर पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का निस्तारण तहसील,उपखण्ड स्तर पर नियत समयान्तर्गत अनिवार्य रूप से हो जाए तथा जन शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापरक हो। तहसील,उप मण्डलध्उपखण्ड स्तर पर समस्त विभागीय अधिकारी प्रत्येक सप्ताह कार्यालय में प्राप्त होने वाली जन शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा करते हुए प्रत्येक शनिवार की अपराह्न 02ः00 बजे तक सूचना निर्धारित प्रारूप पर प्रभारी अधिकारी (शिकायत)ध्शिकायत सहायक अनुभाग, कलेक्ट्रेट को अनिवार्य रूप से उपलब्ध करायेंगे। जिलाधिकारी कार्यालय हरिद्वार मे गोपाल सिंह चैहान, डिप्टी कलेक्टर हरिद्वार इसके प्रभारी अधिकारी होंगे, जो प्रत्येक 15 दिन में तहसीलध्उप खण्ड स्तर से प्राप्त स्थिति की समीक्षा करते हुए संकलित सूचना जिलाधिकारी को प्रस्तुत करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक स्तर पर यह सुनिश्चित किया जाए कि विकास परक योजना जिस उद्देश्य के लिए लागू है उसका लाभ योजना के अन्तर्गत चिन्हित व्यक्ति तक पहुंचे। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने समस्त विभागाध्यक्षों,जिला स्तरीय, तहसील,उप खण्ड स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि उपरोक्त निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। इस सम्बन्ध में कियी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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