हरिद्वार। गायत्री विद्यापीठ शांतिकुंज के दसवीं (सीबीएसई) का परिणाम इस साल विगत वर्ष से अधिक खुशी देने वाला रहा। इस वर्ष दसवीं का रिजल्ट शत प्रतिशत रहा। टॉपर बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए विद्यापीठ की व्यवस्था मण्डल की प्रमुख श्रीमती शैफाली पण्ड्या ने कहा कि टॉपर होने का अर्थ दूसरों को प्रेरणा देना है, जिससे आपके सहपाठी छात्र-छात्राएँ भी आपकी तरह अपनी-अपनी कक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सके। गायत्री विद्यापीठ की टॉपर संस्कार मित्तल (९७.४ प्रतिशत), विभूति (९७ प्रतिशत), सुमन्यू राजपूत (९३.८ प्रतिशत), देवस्य देसाई (९१.६ प्रतिशत) ने सिविल सर्विसेस व इंजीनियर बनने का सपना संजोया है। ओजस साहू (८८.८ प्रतिशत), अभिषेक पंवार (८७.८ प्रतिशत), प्रियांसू पंवार (८६.६ प्रतिशत), श्रेया बडोनी (८५.४ प्रतिशत), शिवानी कश्यप (८४.६ प्रतिशत), राशि (८३.८ प्रतिशत) सहित अनेक बच्चों ने समाज से बुराइयों को जड़ से उखाड़ फेंकने की दिशा में अपनी प्रतिभा लगाने हेतु संकल्प व्यक्त किया। इन बच्चों ने इसका श्रेय पूज्य गुरुदेव व वंदनीया माता के आशीष व गायत्री विद्यापीठ के अभिभावकद्वय के प्रेम, सहकार को दिया। विद्यापीठ के बच्चों की इस प्रदर्शन पर विद्यापीठ के अभिभावकद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या, श्रद्धेया शैलदीदी, व्यवस्थापक महेन्द्र शर्मा, प्रधानाचार्य सीताराम सिन्हा सहित विद्यापीठ के समस्त शिक्षकों व शांतिकुंज परिवार ने बधाई दी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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