हरिद्वार। 75वें स्वतंत्रता दिवस पर देव भूमि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस मे विभिन्न प्रकार के रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस वर्ष पूरे देश में ‘नेशन फर्स्ट, ऑलवेज फर्स्ट‘ की थीम पर स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा हैं। चेयरमैन संजय बंसल तथा मुख्य अतिथि मेजर जनरल लाल जी डी सिंह ने तिरंगा फहराने के बाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया। राष्ट्रगान के साथ शुरू हुए आजादी के इस जश्न को कोविड की गाइडलाइन का पालन करते हुए सूक्ष्म रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने कविता व नृत्य प्रस्तुतियां दी। इसमें शालिनी वर्मा, अर्पिता, मुस्कान प्रिया, राधा तिवारी, उमंग राजपूत पूजा एवं रितिका सक्सेना की देशभक्ति से ओत-प्रोत प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। चेयरमैन संजय बंसल ने अपने उदबोधन में कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल एक दिन विशेष नहीं बल्कि, देश के उन असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति हमारे सम्मान को प्रदर्शित करने का जरिया भी है जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया था। मुख्य अतिथि मेजर जनरल लाल जी डी सिंह ने कहा कि आज के भौतिकवाद के इस युग में युवाओं को शहीदों की शहादत के प्रति जागरूक करना बहुत जरूरी है तभी हम आजादी के सही मायने उन तक पहुंचा पायेगें। संस्थान के प्रबंध निदेशक अमन बंसल ने कहा कि आज के समय में युवाओं को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और शहीदों के बलिदान को सार्थक करते हुए इस देश को आगे लेकर जाना होगा। ग्रुप निदेशक मनीष प्रतीक ने कहा कि ये दिन राष्ट्र के प्रति अपनी एकजुटता और निष्ठा दिखने का दिन भी है। साथ ही ये पावन अवसर युवा पीढ़ी को राष्ट्र की सेवा के लिए प्रेरित करता है। कार्यक्रम का संचालन गुंजन एवं अमिता ने किया इस अवसर पर संस्थान से डॉ आर. के. त्रिपाठी (निदेशक, अनुसंधान और विकास), डॉ ए.के जयसवाल (निदेशक इंजीनियरिंग, डी.बी.आई.टी), शुभाशीष गोस्वामी (संयुक्त निदेशक, डी.बी.जी.आई), अन्य शिक्षक गण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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