हरिद्वार। मनसा देवी रोपवे संचालित करने की मांग को लेकर व्यापारियों ने प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के संयोजन में धरना प्रदर्शन किया। शुक्रवार को आयोजित धरने में अपर रोड, मोती बाजार सहित आसपास के सैकड़ों व्यापारी, प्रसाद विक्रेता एवं श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष डा.नीरज सिंघल ने कहा कि विगत 4 माह से मनसा देवी रोपवे सेवा बंद है। रोपवे का संचालन बंद होने से हजारों व्यापारियों व प्रसाद विक्रेताओं के परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। उनकी पीड़ा कोई सुनने वाला नहीं है। बार-बार मांग करने के बावजूद सरकार, स्थानीय प्रशासन, नगर निगम के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। रोपवे नहीं चलने से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु निराश होकर वापस लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार व प्रशासन ने जल्द से जल्द रोपवे सेवा शुरू नहीं करायी तो व्यापारी अनशन करने को बाध्य होंगे। जिला महामंत्री संजय त्रिवाल ने कहा कि रोपवे सेवा बंद होने से एक ओर जहां व्यापारियों को नुकसान हो रहा है, वहीं श्रद्धालु भक्त मां मनसा देवी के दर्शनों से वंचित हो रहे हैं। रोपवे सेवा बंद होने से सरकार को भी लाखो रूपये की राजस्व हानि हो रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना, कुंभ और कांवड बंदी के कारण पहले से ही मंदी झेल रहे हरिद्वार के व्यापारियों और व्यापार को चैपट करने के लिए सुनियोजित षड्यंत्र किया जा रहा है। संजय त्रिवाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द से जल्द रोपवे सेवा शुरू नहीं की गयी तो वह आत्मदाह जैसा कदम उठाने को विवश होंगे। मनसा देवी व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनोज विश्नोई ने कहा कि जब तक रोपवे सेवा प्रारंभ नहीं होती तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। धरना देने वालों में राजेश गुप्ता, हरि त्रिवाल, बृज मोहन कौशल, विनोद पहलवान, रवि कुमार लड्डू, गोपाल बल्ली,बृजेश गुप्ता, हरि ओम, तरूण गुप्ता, दर्शन लाल, बलिराम, भारत कुमार, मनीष कुमार, हर्ष, प्रतीक, विकास कुमार, विनय त्रिवाल, विशाल जाटव, सुन्दर लाल, जितेन्द्र, पवन कुमार आदि व्यापारी शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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