हरिद्वार। बीसीसीआई एवं क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के निर्देशानुसार क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ हरिद्वार द्वारा रुड़की के एक निजी मैदान पर जनपद के सीनियर वर्ग के संभावित रणजी खिलाड़ियों के चयन पर और एक चयनकर्ता पर अभी से सवाल उठने लगे हैं। हरिद्वार में कई सीनियर खिलाड़ी चयनकर्ताओं में से एक चयनकर्ता पर भी सवाल उठा रहे हैं। उनका मानना है बीसीसीआई के नियम अनुसार पदाधिकारी का कोई भी सगा रिश्तेदार चयनकर्ता नहीं हो सकता और इस आधार पर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ हरिद्वार के सचिव के सगे भाई का एक चयनकर्ता होना बीसीसीआई के नियम के विरुद्ध है। वहीं दूसरी ओर 32-33 साल के खिलाड़ियों के चयन पर भी सीनियर खिलाड़ी बातें बना रहे हैं। एक सीनियर खिलाड़ी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि 38 साल के खिलाड़ी से आप क्या उम्मीद कर सकते हो जबकि 35 -36 साल में ही खिलाड़ी तो राष्ट्रीय क्रिकेट में भी संयास ले लेते हैं। चयन के समय न तो उनका फिटनेस टेस्ट हुआ ना ही कोई अन्य टेस्ट हुआ ,जिससे खिलाड़ियों की फिटनेस का पता चल सके। चर्चा में तो एसोसिएशन के एक पदाधिकारी भी हैं जिन पर जांच चल रही है। पूर्व में एसोसिएशन के एक पदाधिकारी पर चयन के लिए पैसा मांगने की भी आरोप लग चुका है जिसकी जांच उच्च स्तर से जारी है। चर्चा तो एक पदाधिकारी की भी है जिन पर पूर्व में चयन के लिए पैसा मांगने के आरोप खिलाड़ी ने लगाए थे
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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