हरिद्वार। उत्तराखण्ड की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य अपने एक दिवसीय हरिद्वार प्रवास के दौरान देवसंस्कृति विश्वविद्यालय एवं शांतिकुंज पहुंची। देसंविवि पहुँचने पर कुलपति शरद पारधी एवं प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इस दौरान राज्यपाल श्रीमती मौर्या ने विवि में स्थित प्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर में विशेष पूजा करने के बाद राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर शहीदों की स्मारक में बने शौर्य दीवार पर श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने देश के एक मात्र बाल्टिक सेंटर का अवलोकन कर देसंविवि में महिलाओं को स्वावलंबी बनाये जाने वाले उपक्रमों तथा विभिन्न रचनात्मक एवं शैक्षणिक गतिविधियों से अवगत हो प्रसन्नता व्यक्त की। पश्चात वे गायत्री तीर्थ शांतिकुंज पहुँची। यहाँ उन्होंने युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा जी की पावन समाधि में पुष्पांजलि अर्पित कर देवभूमि की सुख, समृद्धि की प्रार्थना की। गायत्री परिवार प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलदीदी से भेंटकर राज्य के विकास एवं महिला जागरण विषय पर चर्चा की। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि मेरा गायत्री परिवार से बहुत पुराना रिश्ता है। पूज्य गुरुदेव के जन्मस्थली आंवलखेड़ा जिला आगरा मैं कई बार गयी हूँ। वहाँ से मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा मिलती है। मैं शांतिकुंज द्वारा संपादित अखण्ड ज्योति पत्रिका नियमित पढ़ती हूँ। प्रवास के दौरान अखण्ड ज्योति पत्रिका अपने साथ रखती हूँ। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय और शांतिकुंज का दर्शन कर हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि देसंविवि, शांतिकुंज स्थापना की स्वर्ण जयंती के मौके पर नारी जागरण के विविध आयोजन को गति दी जा रही है। राज्यपाल को कन्या कौशल, नारी जागरण, युवा जागरण सहित विभिन्न रचनात्मक एवं सृजनात्मक कार्यक्रमों की जानकारी दी गयी। इस अवसर पर गायत्री परिवार प्रमुखद्वय ने राज्यपाल श्रीमती मौर्या को गायत्री महामंत्र लिखित चादर, युगऋषि पूज्य आचार्यश्री द्वारा रचित साहित्य भेंटकर सम्मानित किया। इस दौरान शांतिकुंज व्यवस्थापक महेन्द्र शर्मा, श्रीमती शैफाली पण्ड्या, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्ण राज एस, एडीएम बी के मिश्रा सहित प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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