हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान भवन में जगह-जगह छोटे-छोटे पौधे उगने तथा साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक न होने पर नाराजगी प्रकट की। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई की व्यवस्था दैनिक कार्य है, इसमें ढिलाई कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। जनपद का दायित्व संभालने के तीसरे दिन बुधवार को अचानक जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय जिला अस्पताल पहुचकर अस्पताल की साफ-सफाई की व्यवस्था का जायजा लिया। साफ-सफाई की लचर व्यवस्था से नाराज जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिये कि वे कभी भी फिर से औचक निरीक्षण जब करने आएं तो उन्हें साफ-सफाई आदि की व्यवस्था दुरूस्त मिलनी चाहिये। औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी चिकित्सालय के आकस्मिक चिकित्सा कक्ष पहुचकर उन्होंने आकस्मिक चिकित्सा के संबंध में डॉक्टरों से जानकारी ली। उन्होंने डॉक्टरों के ड्यूटी कक्ष का जायजा लिया तथा कक्ष की छत पर सीलन दिखाई देने पर इसे तुरन्त ठीक करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी नेे इस दौरान हृदय रोग वार्ड का भी निरीक्षण किया। उन्होंने स्टॉक रजिस्टर का अवलोकन किया तथा रैबीज इंजेक्शन सहित विभिन्न दवाओं की भंडार में मौजूदगी की जांच भी की। इसके बाद जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने विभिन्न वार्डों में जाकर भर्ती मरीजों से मुलाकात की तथा उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने वहां भर्ती मरीजों से खाने की गुणवत्ता के अलावा अस्पताल से मिलने वाली दवाइयों की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने वार्डों के बेड में बिछी चादर तथा वहां की साफ सफाई आदि व्यवस्था को देखा। उन्होंने कपड़ों की धुलाई व्यवस्था, आक्सीजन प्लांट, एमआरआई मशीन के संबंध में भी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान एडीएम वित्त केके मिश्रा, एसडीएम अंशुल सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेश गुप्ता सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थ।
हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान भवन में जगह-जगह छोटे-छोटे पौधे उगने तथा साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक न होने पर नाराजगी प्रकट की। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई की व्यवस्था दैनिक कार्य है, इसमें ढिलाई कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। जनपद का दायित्व संभालने के तीसरे दिन बुधवार को अचानक जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय जिला अस्पताल पहुचकर अस्पताल की साफ-सफाई की व्यवस्था का जायजा लिया। साफ-सफाई की लचर व्यवस्था से नाराज जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिये कि वे कभी भी फिर से औचक निरीक्षण जब करने आएं तो उन्हें साफ-सफाई आदि की व्यवस्था दुरूस्त मिलनी चाहिये। औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी चिकित्सालय के आकस्मिक चिकित्सा कक्ष पहुचकर उन्होंने आकस्मिक चिकित्सा के संबंध में डॉक्टरों से जानकारी ली। उन्होंने डॉक्टरों के ड्यूटी कक्ष का जायजा लिया तथा कक्ष की छत पर सीलन दिखाई देने पर इसे तुरन्त ठीक करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी नेे इस दौरान हृदय रोग वार्ड का भी निरीक्षण किया। उन्होंने स्टॉक रजिस्टर का अवलोकन किया तथा रैबीज इंजेक्शन सहित विभिन्न दवाओं की भंडार में मौजूदगी की जांच भी की। इसके बाद जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने विभिन्न वार्डों में जाकर भर्ती मरीजों से मुलाकात की तथा उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने वहां भर्ती मरीजों से खाने की गुणवत्ता के अलावा अस्पताल से मिलने वाली दवाइयों की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने वार्डों के बेड में बिछी चादर तथा वहां की साफ सफाई आदि व्यवस्था को देखा। उन्होंने कपड़ों की धुलाई व्यवस्था, आक्सीजन प्लांट, एमआरआई मशीन के संबंध में भी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान एडीएम वित्त केके मिश्रा, एसडीएम अंशुल सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेश गुप्ता सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थ।
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