हरिद्वार। भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) द्वारा भारी उद्योग मंत्रालय की योजना फेम-1 भारत में (हाइब्रिड) और इलेक्ट्रिक वाहनों का तेजी से अपनाने और विनिर्माण के अंतर्गत स्थापित सौर-आधारित इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशनों के नेटवर्क से दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग देश का पहला ई-वाहन अनुकूल राजमार्ग बन गया है। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डा.महेंद्र नाथ पांडेय ने अरुण गोयल, सचिव (एमएचआई) की उपस्थिति में कर्ण लेक रिज़ॉर्ट में अत्याधुनिक चार्जिंग स्टेशन का ऑनलाइन/रिमोटली (वर्चुअल) उद्घाटन किया। इस अवसर पर बीएचईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डा.नलिन सिंघल सहित भारी उद्योग मंत्रालय तथा बीएचईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। राष्ट्र के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री के भाषण को स्मरण करते हुए डा.पांडेय ने कहा कि प्रधान मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि पर्यावरण सुरक्षा का महत्व राष्ट्रीय सुरक्षा के समान है। भारत अभी ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की ओर प्रयासरत है। भारत पर्यावरण सुरक्षा पर विशेष बल दे रहा है। जिसमें जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा संरक्षण, स्वच्छ ऊर्जा ट्रांजीशन आदि शामिल हैं। पर्यावरण के क्षेत्र में भारत के प्रयास वांछित परिणाम भी देने लगे हैं। कर्ण लेक रिसॉर्ट में स्थापित ईवी चार्जिंग स्टेशन, रणनीतिक रूप से दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग के मध्य बिंदु पर स्थित है तथा यह वर्तमान में देश में चलने वाली सभी प्रकार की ई-कारों को चार्जिंग करने के लिए सुसज्जित है। इसके साथ ही कंपनी इसी वर्ष इस राजमार्ग पर स्थित अन्य चार्जिंग स्टेशनों को अपग्रेड करने पर भी काम कर रही है। 25-30 किलोमीटर की नियमित दूरी पर ईवी चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना से इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ताओं को चार्जिंग की समस्या से निजात मिलेगी तथा दो शहरों के बीच यात्रा के लिए उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। सौर आधारित चार्जिंग स्टेशन ग्रिड से जुड़े रूफटॉप एकल सोलर प्लांट से युक्त हैं जो चार्जिंग स्टेशनों को हरित और स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति करेंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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