हरिद्वार। विश्व हिंदू महासंघ के पदाधिकारियों द्वारा कारसेवक रविन्द्र गोयल, राजेश शर्मा, प्रफुल्ल ध्यानी, मनोज सिरकैला व प्रदीप शर्मा का फूलमालाएं पहनाकर जोरदार स्वागत किया। गोविंदघाट पर स्वागत के दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष डा.विशाल गर्ग ने कहा कि भगवान राममंदिर निर्माण में कारसेवकों ने निर्णायक भूमिका निभायी। अनेकों बलिदानों से भगवान राम के मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो पाया है। उन्होंने कहा कि हिंदू हितों को लेकर सभी को एकजुटता दिखानी चाहिए। समाज में एकता को लेकर प्रयायरत रहना होगा। सनातन संस्कृति, हिंदू संस्कृति का प्रचार प्रसार को लेकर विश्व हिंदू महासंघ भारत के विभिन्न राज्यों में अपना योगदान दे रहा है। संगठित होकर हिंदुओं की समस्याओं का निदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर निर्माण कारसेवकों के अथक प्रयासों का नतीजा है। कई तरह की यातनाएं कारसेवकों ने सही। कारसेवक रविन्द्र गोयल ने बढ़चढ़ कर राममंदिर आंदोलन में अपना योगदान दिया। कारसेवकों की जितनी भी प्रशंसा की जाए उतना कम है। प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा आशीष गौड़ ने कहा कि निडर होकर कारसेवकों ने राममंदिर निर्माण में अनेकों परेशानियांे झेलकर भगवान राम के मंदिर निर्माण में सहयोग किया। अयोध्या में भगवान राम का मंदिर भव्य दिव्य रूप से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में निर्माण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार को समाप्त करने में अपना योगदान दे रहे हैं। कारसेवक रविन्द्र गोयल ने कहा कि अयोध्या में राममंदिर निर्माण का रास्ता हिंदुओं के संगठित होने का परिणाम है। न्यायालय ने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए राममंदिर निर्माण में निर्णय दिया। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज ने अनेकों बलिदान देकर भगवान राम के मंदिर का निर्माण कराया। इस दौरान अमित कौशिक, अमित शर्मा, अनवेष पटेल, अरिनिश गोयल, आशीष गौड़, शिवम बंधु, डा.प्रमोद कपूर ने सभी कारसेवकों को सम्मानित किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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