हरिद्वार। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री,राजस्थान के पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता कल्याण सिंह की अस्थियाॅं पूरे वैदिक विधि विधान के साथ वीआईपी घाट पर मां गंगा में विसर्जित किया गया। इस दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत,कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद सहित कई भाजपा नेता भी उपस्थित रहे। अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि पर राममंदिर बनवाने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले स्व0 कल्याण सिंह की अस्थियों को उनके पुत्र राजवीर सिंह और अन्य परिजनों आदि ने मां गंगा में विसर्जित किया, अस्थियों का विसर्जन उनके तीर्थ पुरोहित पंडित शैलेश मोहन ने संपन्न कराया। स्व.कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह के साथ उनके बेटे संदीप सिंह और मोनू और दो बेटियां हैं उनकी बहन प्रभादेवी आदि परिजन भी हरिद्वार आये।उनके साथ सैकड़ों गाड़ियों में बड़ी संख्या में समर्थक अपने बाबूजी को अंतिम विदाई देने हरिद्वार पहुचे थे। स्व0कल्याण सिंह का गत 21 अगस्त को लंबी बीमारी के बाद करीब 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। स्व0 कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह ने कहा कि बाबूजी की अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम हमने पांच जगह रखा है एक जगह वह थी जहां उन्होंने काम किया जहां से सांसद थे बुलंदशहर से, अंत्येष्टि वही हुई थी उनकी और उसके बाद में एटा में ,उसके बाद में इलाहाबाद, अयोध्या और आज अंतिम अस्थि विसर्जन हरिद्वार में विसर्जित की है। कहा कि राम मन्दिर निर्माण के लिए भगवान राम ने भेजा था और वह काम पूरा हो गया तो भगवान ने उन्हे अपने पास बुला लिया, हो सकता है इससे भी अच्छे काम के लिए उन्हें कहीं भेजा हो। तीर्थ पुरोहित पंडित शैलेश मोहन ने कहा कल्याण सिंह जी की अस्थियां हरिद्वार आई है उनके साथ उनके बेटे पुत्र पौत्र बहु बेटे नाती समस्त परिवार के साथ आ करके उन्होंने सनातन पद्धति का पालन करते हुए मां गंगा की गोद में विसर्जन किया है, हमने हरिद्वार के उनके पुरोहित होने के नाते हैं सारा विधिवत कार्य कराया और मां गंगा से प्रार्थना की कि बाबू जी की आत्मा को मां गंगा अपने चरणों में स्थान दे, मोक्ष दे। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेतागण उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ,केबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद आदि समेत बड़ी संख्या में बाबू जी के समर्थक मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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