हरिद्वार। अपनी मांगो को लेकर बिजली कर्मचारियों ने एक बार फिर आंदोलन को तेज करने का निणर्य लेते हुए शनिवार को मोबाइल बंद रखने का निर्णय लिया हैं। इस सम्बन्ध में चीला विद्युत गृह के गेट पर ऊर्जा के समस्त संगठनों से जुड़े अधिकारी और कर्मचारियों ने शनिवार को विद्युत अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के तहत गेट मीटिंग की। इस मीटिंग में शनिवार से रोजाना शाम 5 बजे से सुबह 10 बजे तक विरोध स्वरूप अपने मोबाइल बंद रखने का निर्णय लिया गया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि एक माह से अधिक की अवधि बीत जाने के बावजूद बीती 27 जुलाई को ऊर्जा मंत्री के साथ वार्ता में बनी सहमति के अनुरूप 14 सूत्रीय मांगों को पूरा नहीं किया गया है। ऊर्जा मंत्री ने समझौता करते हुए मांगों को पूरा करने का भरोसा दिलाया था। मांगें पूरी न होने पर बैठक में अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा निगम प्रबंधन व उत्तराखंड शासन के प्रति रोष प्रकट किया गया। सभी ने एकजुट रहते हुए दोबारा से आंदोलन के लिए रणनीति बनाने की बात कही। कर्मचारी नेताओं ने सरकार से शीघ्र ही समस्याओं का समाधान करने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें हड़ताल के लिए बाध्य न किया जाए। सभा का संचालन विकास उपाध्याय एवं अध्यक्षता मोहम्मद अनीस ने की। बैठक में संविदा कार्मिकों की समान कार्य समान वेतन तथा नियमित कर्मचारियों की एसीपी की पुरानी 9-14-19 वर्ष की व्यवस्था, रिक्त पदों पर पदोन्नति, भत्तों का रिवीजन, पुरानी पेंशन व्यवस्था, बोनस आदि मुद्दों पर चर्चा की गई। प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को होने वाली गेट मीटिंग में शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया गया। बैठक में बीडी भट्ट, भगवान सिंह, मनोज कुमार, अरविंद बहुगुणा, अंकुर गोयल, विवेक कुमार, राजेश कुमार, अमित कुमार, अमित राघव, प्रवीण चैरसिया, राजेश दीपक, रविंद्र सैनी, राम बाबू, पृथ्वी पाल, रजत आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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