हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित पांच दिवसीय स्मार्ट सिटी टेक्नोलॉजी फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सोमवार से शुरू इस कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर एसएस पटनायक निदेशक एनआइटीटीटीआर चंडीगढ़ ने अपने संबोधन में स्मार्ट सिटी के लिए प्रयुक्त होने वाली टेक्नोलॉजी जैसे कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स, सेंसर बेस इक्विपमेंट्स, वाटर प्लांट आदि के बारे में जानकारी दी। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रूप किशोर शास्त्री ने कहा कि यह एफडीपी स्मार्ट सिटी डेवलप करने में मील का पत्थर साबित होगी। विशिष्ट अतिथि राजीव छाबड़ा, वीपी हेलोनिक्स हरिद्वार ने कहा कि गुरुकुल के विद्यार्थी इंडस्ट्रीज में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो पंकज मदान ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन विभागाध्यक्ष डॉ विपुल शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन अतुल वार्ष्णेय किया। पहले दिन विशेषज्ञ डॉ. मयंक अग्रवाल विभागाध्यक्ष कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय ने विषय क्लाउड कंप्यूटिंग का स्मार्ट सिटी में विशेष योगदान पर व्याख्यान दिया। विशेषज्ञ डॉ. संदीप शर्मा गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर ने विषय स्मार्ट टेक्नोलॉजी पर व्याख्यान दिया। विशेषज्ञ प्रोफेसर सुदीप तंवर निरमा विश्वविद्यालय गुजरात का विषय रहा रोल ऑफ आईओ टी एवं स्मार्ट ग्रीड फॉर डेवलपमेंट आफ स्मार्ट सिटी। कार्यक्रम के आयोजन में डॉ. तनुज गर्ग, अनुज शर्मा, प्रतिक अग्रवाल, डॉ शिवकुमार, विवेक आर्य, विकास देशवाल, अपूर्व कौशिक एवं डॉ धर्मेंद्र बालियान की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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