हरिद्वार। भगवान शिव की ससुराल में जगह-जगह गणेश जी का पूजन किया जा रहा है गणेश चतुर्थी से शुरू हुआ गणेश पूजन लगातार जारी है जो चतुर्दशी तक जारी रहेगा और इस समय कनखल के हर मोहल्ले और गलियों में गणेश महोत्सव की धूम मची हुई है शिव की ससुराल कनखल गणेशमय हो गई है दक्षेश्वर महादेव मंदिर लाटो वाली कुमार गड़ा मोहल्ला राजघाट बाल्मीकि बस्ती रामकृष्ण मिशन मार्ग सन्यास मार्ग पहाड़ी बाजार चेतन देव कुटिया हर जगह गणेश जी के पंडाल लगे हैं मंदिरों में गणेश जी की मूर्तियों को भव्य सजाया गया है कनखल के पहाड़ी बाजार में दुर्गा देवी मंदिर में आयोजित गणेश महोत्सव के संयोजक नीरज कुमार का कहना है कि गणेश महोत्सव में कोविड-19 का पूरा पालन किया जा रहा है और गणेश महोत्सव में जितनी भीड़ कोविड-19 से पहले होती थी इतनी भीड़ इस समय नहीं हो रही है गणेश भक्त धीरज कुमार बताते हैं कि गणेश जी के प्रति लोगों में जबरदस्त आता है गणेश जी के नाम से ही हर काम का शुभारंभ होता है इसलिए हर पंडाल में गणेश महोत्सव में लोग पूजा के समय श्रद्धा भक्ति के भाव से भाग लेते हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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