हरिद्वार। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के संयोजन में कार्यकर्ताओं ने दो सितंबर 1994 को पुलिस गोलीबारी में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों को मालवीय घाट पर गंगा में पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि शहीद आंदोलनकारियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। शहीद राज्य आंदोलनकारियों के अनुरूप ही राज्य को विकसित किया जाना चाहिए। अनेकों बलिदान देकर आंदोलनकारियों ने राज्य का गठन किया। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों ने डटकर मुकाबला कर राज्य को प्राप्त करने में अपने प्राणों को भी न्यौछावर किया। शहीद हुए आंदोलनकारियों के सपनों को पूरा किया जाना चाहिए। राज्य के युवाओं को शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। देश की सीमाओं पर राज्य के सैनिक अपने प्राणों की आहुति देकर सुरक्षा में हरदम डटे रहते हैं। इस अवसर पर सुनील प्रजापति, विनोद मिश्रा, अंकित शर्मा, करन भारद्वाज, सोनू शर्मा, शिवम शर्मा, हिमांशु भारद्वाज दिग्विजय गौड, बिष्णु गौड, कुनाल भारद्वाज आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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