हरिद्वार। दहेज उत्पीड़न के मामले में कोर्ट के आदेश पर कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर पति, सास और ससुर समेत कई अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोप है कि पांच लाख रुपये न देने पर विवाहिता को ससुराल वालों ने घर से बाहर निकाल दिया। ज्वालापुर पुलिस के मुताबिक ज्वालापुर निवासी विवाहिता ने शिकायत कर बताया कि दिसंबर वर्ष 2019 में उसका विवाह गौरक्ष वर्मा पुत्र राजेश वर्मा निवासी चिकलाना रोड सहारनुपर के साथ हुआ था। आरोप है कि शादी के बाद ससुराल वालों ने अतिरिक्त दहेज की मांग की। 5 लाख रुपये की डिमांड की। शादी के 40 दिन बाद ही विवाहिता को घर से बाहर निकाल दिया। परिजनों ने कई बार बातचीत भी की। लेकिन ससुराल वाले रुपयों के लिए अड़े रहे। अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने पति गौरक्ष वर्मा, ससुर राजेश वर्मा, सास शैलेष, निवासी वर्धमान काँलोनी चिकलाना रोड सहारनपुर जनपद सहारनपुर उत्तर प्रदेश, ननद प्रियंका, नंनदोई सन्नी वर्मा उर्फ पिन्टू पुत्र ईश्वर दयाल निवासीगण- मंडी मोती महल, मुजफ्फरनगर के खिलाफ केस दर्ज किया है। कोतवाली प्रभारी सीसी नैथानी के अनुसार मामले की जांच शुरू कर दी गई है। वही दूसरी ओर कोतवाली रानीपुर पुलिस ने कार और तीन लाख रुपये की डिमांड पूरी न होने पर ससुराल वालों ने महिला को प्रताड़ित करने के आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के कोतवाली क्षेत्र के विष्णुलोक कालोनी निवासी महिला ने शिकायत देकर बताया कि उसकी शादी काईम निवासी गांव दादूपुर से 8 अप्रैल 2018 को हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद बच्चे को जन्म देने के बाद महिला से कार और तीन लाख रूपये की डिमांड की गई। डिमांड पूरी न करने पर महिला को घर से बाहर निकाल दिया। आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही पति काईम, ससुर मासूल अली, सास नायाब निवासीगण दादूपुर रानीपुर और रिश्तेदार सदरू निवासी मौली जगरा निकट सब्जी मंडी चंडीगढ़ ने महिला को परेशान किया। कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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