हरिद्वार। कृषि विज्ञान केंद्र, धनौरी के तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत वाणिज्य उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण निर्यात विकास प्राधिकरण(एपीडा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वाराणसी में आयोजित एफपीओ/कृषकों एवं निर्यातकों के लिए क्षमता संवर्धन कार्यक्रम एवं व्यापार सम्मेलन का सीधा प्रसारण दिखाया गया। इस कार्यक्रम में कृषि उत्पादों को निर्यात संगत गुणवत्ता युक्त बनाने के विषय में चर्चा की गई। कृषि उत्पादो के निर्यात में सरकारी सहायता एवं नीति निर्धारण की भी चर्चा की गई। हरिद्वार जनपद में बासमती धान, आम, शहद, जड़ी-बूटी पुष्प एवं मशरूम का उत्पादन किया जाता है। केंद्र द्वारा कार्यक्रम में जनपद के बासमती चावल, जड़ी बूटी और पुष्प उत्पादकों को आमंत्रित किया गया। साथ ही मौन पालकों और मशरूम उत्पादकों को भी आमंत्रित किया गया। इन सभी को कृषक उत्पादन संघ (एफपीओ) बनाने और उत्पादों की ब्रांडिंग करने की जानकारी दी गई। केंद्र के वैज्ञानिक डा. विनोद कुमार ने बासमती निर्यात, डा.नीलकांत ने पशु उत्पादों के निर्यात और डा.दीप्ति चैधरी ने शहद और मशरूम के निर्यात योग्य उत्पादन पर चर्चा की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसमें अजय कुमार, महावीर सिंह, इंतजार अहमद, दिलशाद, सौरभ, मुकेश, हितेश, राजकुमार, प्रवीण कुमार, रोहित, हरपाल सिंह आदि किसान सम्मिलित थे।
हरिद्वार। कृषि विज्ञान केंद्र, धनौरी के तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत वाणिज्य उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण निर्यात विकास प्राधिकरण(एपीडा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वाराणसी में आयोजित एफपीओ/कृषकों एवं निर्यातकों के लिए क्षमता संवर्धन कार्यक्रम एवं व्यापार सम्मेलन का सीधा प्रसारण दिखाया गया। इस कार्यक्रम में कृषि उत्पादों को निर्यात संगत गुणवत्ता युक्त बनाने के विषय में चर्चा की गई। कृषि उत्पादो के निर्यात में सरकारी सहायता एवं नीति निर्धारण की भी चर्चा की गई। हरिद्वार जनपद में बासमती धान, आम, शहद, जड़ी-बूटी पुष्प एवं मशरूम का उत्पादन किया जाता है। केंद्र द्वारा कार्यक्रम में जनपद के बासमती चावल, जड़ी बूटी और पुष्प उत्पादकों को आमंत्रित किया गया। साथ ही मौन पालकों और मशरूम उत्पादकों को भी आमंत्रित किया गया। इन सभी को कृषक उत्पादन संघ (एफपीओ) बनाने और उत्पादों की ब्रांडिंग करने की जानकारी दी गई। केंद्र के वैज्ञानिक डा. विनोद कुमार ने बासमती निर्यात, डा.नीलकांत ने पशु उत्पादों के निर्यात और डा.दीप्ति चैधरी ने शहद और मशरूम के निर्यात योग्य उत्पादन पर चर्चा की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसमें अजय कुमार, महावीर सिंह, इंतजार अहमद, दिलशाद, सौरभ, मुकेश, हितेश, राजकुमार, प्रवीण कुमार, रोहित, हरपाल सिंह आदि किसान सम्मिलित थे।
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