हरिद्वार। संस्कृत शिक्षा सचिव विनोद कुमार रतूड़ी ने संस्कृत शिक्षा तथा संस्कृत महाविद्यालयों में गूगल क्लासेस को बढ़ावा देने के लिए गत दिवस संस्कृत विश्वविद्यालय सहित कई महाविद्यालयों का निरीक्षण कर तैयारियों को परखा। इस दौरान उन्होंने संस्कृत शिक्षा को लेकर शासन की ओर से किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। संस्कृत शिक्षा सचिव ने संस्कृत विवि के कुलसचिव को निर्देश दिए कि वह गुगल क्लास के सम्बन्ध में प्रशिक्षण कार्यक्रम करायें,जिसमें संस्कृत महाविद्यालयों के शिक्षक शामिल हो और विश्वविद्यालय से गुगल क्लास का आयोजन कराया जाये। कहा कि गुगल कलासेज के माध्यम से विश्व की सबसे पुरानी भाषा का विकास तेजी से होगा। कहा कि ऐसा होने पर विश्व के विभिन्न ख्याति प्राप्त विवि के शिक्षकों का अथवा उत्तराखण्ड संस्कृत विवि के शिक्षको का अन्य विवि के संस्कृत छात्रों का ज्ञान प्राप्त होगा। इस दौरान उन्होने बताया कि इस समय प्रदेश में 97 संस्कृत विद्यालय कार्यरत है,जिनमें से पाॅच पूरी तरह से सरकार के अधीन एवं 91 प्रबंधन के जरिये संचालित हो रहे है। उन्होने कहा कि इन संस्कृत महाविद्यालयों में माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा एक ही स्थान पर दिया जा रहा है,जिसकों वगीकृत करने के निर्देश शासन की ओर से पहले ही दिए जा चुके है। इससे पूर्व संस्कृत शिक्षा सचिव विनोद कुमार रतूड़ी एवं संस्कृत शिक्षा निदेशक डॉ शिव प्रसाद, कुल सचिव डॉ गिरीश कुमार अवस्थी के साथ उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में पहुंचे। जहां उन्होंने गूगल क्लासेस की तैयारियों को परखा। शिक्षा सचिव विनोद कुमार रतूड़ी ने प्रदेश के 31 महाविद्यालयों को गूगल क्लासेज से जोड़ने का दायित्व उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय को सौंपा है। साथ ही विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ गिरीश कुमार अवस्थी को कहा कि एक सप्ताह के भीतर गूगल क्लासेज का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करें। जिसमें महाविद्यालय सहित विश्वविद्यालय के शिक्षकों को प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल किया जाए। इस दौरान संस्कृत विवि के कुलपति प्रो0देवी प्रसाद त्रिपाठी,कुल सचिव डाॅ0गिरीश कुमार अवस्थी,संस्कृत शिक्षा निदेशक डाॅ0शिव प्रसाद के अलावा मुख्य वित्त अधिकारी श्रीमती हिमानी स्नेही,डाॅ.नरेश कुमार चैधरी,डाॅ.सुमन प्रसाद भटट्,डाॅ0महेश चन्द्र ध्यानी सहित कई अन्य मौजूद रहे।
Comments
Post a Comment