हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध हालत में प्रयागराज में ब्रहमलीन हो गए है। उनके ब्रहमलीन होने की सूचना से हरिद्वार के धर्म जगत में शोक की लहर है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के श्री महंत थे। हरिद्वार से संतों की बड़ी जमात उनके अंतिम दर्शनों के लिए प्रयागराज के लिए रवाना हो रही है। हरिद्वार के संतों ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध अवस्था में कोई मौत की जांच की मांग की है। संतों का कहना है कि श्री महंत नरेंद्र गिरि आत्महत्या जैसा कोई कदम नहीं उठा सकते थे। उन्होंने हाल ही में हरिद्वार में बातचीत कर अगले सप्ताह हरिद्वार आने की बात भी कही थी। पिछले सप्ताह उन्होंने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ श्री बाघमबारी गद्दी में दर्शन पूजन भी किया था। महंत नरेंद्र गिरी का धर्मनगरी से रहा है खास जुड़ाव, हरिद्वार कुंभ के सफल आयोजन में निभाई अहम भूमिका संतों ने उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से इस मामले की विस्तृत जांच करने की मांग की है। निरंजनी अखाड़े के सचिव और मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि वह प्रयागराज के लिए रवाना हो रहे हैं और वहां पहुंच कर परिस्थितियों का निरीक्षण करने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई करेंगे।
Comments
Post a Comment