हरिद्वार। पिछले कुछ महीनों से जारी विवाद के बीच आखिरकार 47 साल पुरानी श्रीरामलीला रंगमंच मायापुर दो फाड़ हो गए हैं। शुक्रवार को मायापुर में बैठक कर नई संस्था का गठन करते हुए श्री निरंजनी रामलीला मायापुर संस्था रखा गया है। रंगमंच से जुड़े पात्रों का कहना है कि वह अब रामलीला संस्था के साथ काम करेंगे। गौरतलब है कि रामलीला रंगमंच को लेकर पिछले कुछ दिनों से विवाद चला आ रहा है। नई संस्था से जुड़े अधिकतर लोग श्रीरामलीला रंगमंच मायापुर में पात्रों का किरदार निभाते थे। आरोप है कि जिन पदाधिकारियों पर मुकदमा दर्ज हुआ है उनके साथ कलाकार काम नहीं करेंगे। भाजपा नेता भोला शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह बैठक रामलीला में पात्र निभाने वाले कलाकारों ने की है। बैठक करने का मुख्य उद्देश्य यह है क िमायापुर की जो पुरानी रामलीला चलती आ रही है। वहां पर कलाकारों का शोषण हुआ है। भोला शर्मा ने आरोप लगाया कि जो भी पुरानी रामलीला कमेटी से यह पूछेगा क िरुपया कहां पर खर्च करा है। उसको बाहर कर दिया जाता है। उधर गुरुवार को श्रीरामलीला रंगमंच मायापुर की कार्यकारिणी की बैठक की थी। जिसमें श्रीराम लीला रंग मंच मायापुर के मुख्य संरक्षक प्रदीप चैधरी ने इस बार राम लीला को भव्य रूप में करने का निर्णय लिया था। बैठक में अमित बौरी, डायरेक्टर समीर शर्मा, अध्यक्ष चंद्रशेखर कुर्ल, अमन यादव, सन्नी, गौरव बग्गन, मुन्ना पिसौरी, शिवम भारद्वाज, उत्तम सिंह, सचिन पाराशर, नवीन नौटियाल, नवदीप मान, अमित शर्मा, शाहिद अली मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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