हरिद्वार। थाना कनखल क्षेत्र से लापता किशोरी के मामले में पुलिस ने कारवाई करते हुए किशोरी के पिता को गिरफ्रतार कर लिया। पुलिस के अनुसार लापता किशोरी के साथ उसका पिता ही दुष्कर्म कर रहा था, इसी वजह से किशोरी घर से चली गई थी। हकीकत सामने लाने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराकर कोर्ट में बयान के लिए पेश करने की तैयारी पुलिस कर रही है। बताते चले कि कनखल थाना क्षेत्र से तीन दिन पूर्व एक किशोरी बिना बताए लापता हो गई थी। इस सम्बन्ध में नाबालिक किशोरी के पिता ने बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। किशोरी का पिता सिक्योरिटी गार्ड में कार्य करता है। इस संबंध में कारवाई करते हुए पुलिस ने नाबालिग किशोरी को रविवार देर शाम प्रेमनगर आश्रम घाट से ढूंढ निकाला। थाने पहुंचकर जब किशोरी ने घर से जाने की वजह बयां की तब पुलिस भी दंग रह गई। किशोरी ने बताया कि वह पिछले एक वर्ष से अपनी मां के साथ बरेली में अपने ननिहाल में रही थी। माता-पिता के बीच मनमुटाव चल रहा था। इस माह की सात तारीख को पिता स्कूल में दाखिला कराने की बात कहकर ननिहाल से उसे ले आया था और तब से ही उसके साथ दुष्कर्म कर रहा है। पिता की हरकत से आजिज आकर ही वह घर से बिना बताए चली गई थी। कनखल पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 48 वर्षीय पिता को गिरफ्तार कर लिया। प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी ने बताया कि किशोरी ने एक रात रेलवे स्टेशन पर गुजारी, उसके बाद वह शहर में लावारिस की तरह घूम रही थी। बताया कि किशोरी की मां भी यहां पहुंच गई है। मेडिकल परीक्षण कराकर किशोरी को कोर्ट में पेश करने के बाद मां की सुपुर्दगी में दिया जाएगा। आरोपी पिता मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल का रहने वाला है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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